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जोर पकड़ने लगी स्कूल खोलने की मांग, दादरी व बाढड़ा में स्कूल संचालकों, अभिभावकों ने सौंपे ज्ञापन

कोरोना महामारी के मद्​देनजर बंद किए गए स्कूलों को खोलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। दादरी व बाढड़ा में सोमवार को विद्यालय संचालकों अभिभावकों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर जल्द स्कूलों को खोलने की मांग की है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 03:07 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 03:07 PM (IST)
जोर पकड़ने लगी स्कूल खोलने की मांग, दादरी व बाढड़ा में स्कूल संचालकों, अभिभावकों ने सौंपे ज्ञापन
दादरी में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारी।

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : कोविड-19 महामारी के मद्​देनजर बंद किए गए स्कूलों को खोलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। दादरी व बाढड़ा में सोमवार को विद्यालय संचालकों, अभिभावकों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर जल्द स्कूलों को खोलने की मांग की है। जिला चरखी दादरी प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन संबंधित स्कूल वेलफेयर एंड डेवलेप्मेंट एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने लघु सचिवालय परिसर में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। निजी स्कूल संचालकों ने ज्ञापन में वर्ल्ड बैंक इत्यादि संस्थाओं द्वारा हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए प्रदेश सरकार के समक्ष स्कूलों को खोलने की मांग उठाई।

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प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिला प्रधान सुरेश सांगवान ने बताया कि एक जनवरी से स्कूलों को बंद करने के निर्णय से बच्चे, अभिभावक, अध्यापक व स्कूल संचालक संतुष्ट नहीं है। बच्चों की पढ़ाई का पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है।

उन्होंने आनलाइन पढ़ाई के नुकसान से भी अवगत करवाया। सुरेश सांगवान ने बताया कि वर्ल्ड बैंक व यूनिसेफ जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं कह चुकी हैं कि स्कूलों को बंद रखने का कोई आधार नहीं है। स्कूल खुला रखने से बच्चों में संक्रमण का खतरा कम होता है लेकिन बच्चों को शिक्षा को लेकर नुकसान अधिक होता है। पिछले दो साल के दौरान भारत में स्कूल बंद होने से 10 साल तक के 70 फीसद बच्चों की सीखने की क्षमता पर असर पड़ा है।

इसे लर्निंग पावर्टी कहा जाता है। यूनिसेफ द्वारा दिसंबर 2021 में जारी रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में 100 से अधिक देशों में स्कूल खुल गए हैं। एसोसिएशन पदाधिकारियों ने कहा कि जब लाकडाउन था, तब स्थिति अलग थी। लेकिन अब स्कूलों को छोड़ कर सब कुछ खुला है। उन्होंने कहा कि इन दो वर्षों में पढ़ाई के नुकसान ने बच्चों को दस वर्ष पीछे धकेल दिया है। निजी स्कूल संचालकों ने ज्ञापन में कहा कि स्कूल बंद रहने से होने वाले नुकसान को बच्चे व अभिभावक समझ चुके हैं। इसलिए स्कूलों को खोलने की मांग जोर पकड़ने लगी है।

ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द स्कूल खोलने का निर्णय लेना चाहिए। बाढड़ा में भी स्कूल संचालकों, अभिभावकों ने प्रदर्शन के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर स्कूल खुलवाने की मांग की है। इस दौरान एसोसिएशन के जिला प्रधान सुरेश सांगवान, प्रीतम फौगाट, विक्रम फौगाट, मुन्ना लाल, नवीन श्योराण, कपिल जैन, संजय कुमार, अजीत सिंह, योगेंद्र सिंह, राजेन्द्र राणा इत्यादि भी मौजूद रहे।


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