नौकरी के लिए इंटरव्यू देने घर से निकले युवक की बेरहमी से हत्या Hisar news
सेक्टर 14 के मकान में मुलतानी चौक निवासी मोहित वधवा की चाकू और बर्फ का सुआ गोद कर हत्या कर दी गई। मोहित के सिर मुंह गर्दन छाती पर कई वार किए गए है। हत्या का शक दोस्त पर ही है।
हिसार, जेएनएन। हिसार में एक के बाद एक बड़ी आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं। मंगलवार को सुलखनी गांव की सरपंच के पति की गोलियां मार हत्या कर दी गई तो वहीं बुधवार काे एक और हत्या हुई है। सेक्टर 14 के मकान नंबर 625 में मुलतानी चौक निवासी मोहित वधवा की चाकू और बर्फ का सुआ गोद कर हत्या कर दी गई। मोहित के सिर, मुंह, गर्दन, छाती पर कई वार किए गए है। मोहित की हत्या का शक मुलतानी चौक निवासी एक दोस्त पर ही लगा है। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है। इस मकान में सेक्टर 14 के बुधला संत मंदिर में पंडित माधव और केशव किराये पर रहते थे। पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवाया है।
पुलिस के अनुसार माधव और केशव ने कमरा किराये पर लिया था। वह सुबह कमरे से पहले स्कूल पढ़ाने जाते और फिर मंदिर में रहते थे। वह रात को सोने के लिए यहां आते थे। बुधवार सुबह केशव के दोस्त आरोपित का फोन आया और उसने कमरे के बारे में पूछा। उसने केशव को भी वहां आने के लिए कहा लेकिन उसने मना कर दिया। दोपहर को करीब दो बजे केशव कमरे पर सोने के लिए आया तो उसने शव को देखा। उसी समय पुलिस को सूचित किया गया। सिटी थाना प्रभारी विनोद कुमार मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। प्राथमिक जांच में सामने आया कि मोहित का दोस्त इस कमरे पर लेकर आया था। आरोपित दोस्त कुछ देर में ही चला गया था। उसके बाद मोहित का शव मिला।
हत्या से पहले हुआ संघर्ष
सेक्टर 14 में जिस कमरे में मोहित का शव मिला उसको देखकर लगता है कि कमरे में हमलावर और मोहित के बीच हाथापाई हुई है। मोहित ने बचने का प्रयास अवश्य किया है। खून के निशान फर्श पर काफी फैले हुए है। उसका शव कमरे की दीवार के साथ पड़ा है। प्रथम दृष्टिया लगता है कि कुछ मिनटों में ही मोहित की मौत हुई है। कारण है छाती, गर्दन और सिर पर कई वार एक के बाद एक है।
इकलौता लड़का था मोहित
बीकॉम पास करने के बाद मोहित नौकरी ढूंढ रहा था। दोपहर करीब 12 बजे वह घर से एचडीएफसी बैंक में इंटरव्यू देने के लिए निकला था। पिता कृष्ण कुमार ने बताया कि मोहित इकलौता बेटा है। उसकी एक छोटी बहन है। वह सुबह छह बजे ऑटो मार्केट में दुकान पर जाते थे और रात को वापस आते। मोहित का किसी के साथ झगड़ा नहीं था। पड़ोसी का जो नाम आया है उससे झगड़े का अभी उनको नहीं पता।