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कचरा फैलाने के आरोपित एसआइ को दिया स्वच्छता सम्मान तो भड़के व्यापारी बोले- गजब है कारनामा

राजगुरु मार्केट के में रविवार को स्वच्छता सम्मान समारोह में एसआइ राजेश कुमार को सम्मानित करने के विरोध में व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Aug 2018 02:07 PM (IST)Updated: Tue, 14 Aug 2018 02:07 PM (IST)
कचरा फैलाने के आरोपित एसआइ को दिया स्वच्छता सम्मान तो भड़के व्यापारी बोले- गजब है कारनामा
कचरा फैलाने के आरोपित एसआइ को दिया स्वच्छता सम्मान तो भड़के व्यापारी बोले- गजब है कारनामा

जेएनएन, हिसार : राजगुरु मार्केट के में रविवार को स्वच्छता सम्मान समारोह में एसआइ राजेश कुमार को सम्मानित करने के विरोध में व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है। साल 2017 में आठ दुकानों के आगे कचरा डालने के मामले में एसआइ राजेश कुमार को निगम अधिकारियों ने दोषी पाया था और आठ दिन पहले ही पुन: हिसार ज्वाइन किया था। ऐसे में रविवार को उसे स्वच्छता और ओडीएफ में योगदान के लिए सम्मानित कर दिया गया। राजगुरु मार्केट वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान अक्षय मलिक व व्यापारियों ने इसे व्यापारियों का अपमान बताया है। उन्होंने सोमवार को इसका विरोध जताते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें नीचा दिखाने के लिए एसई को सम्मानित किया है। साथ ही उन्होंने राजगुरु मार्केट वेलफेयर के पदाधिकारियों के निगम अधिकारियों के साथ होने के आरोप लगाए है। यह लिखा निगम आयुक्त को पत्र में

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राजगुरु मार्केट में 12 अगस्त को आपके द्वारा एसआई राजेश कुमार को स्वच्छता सम्मान समारोह में, सफाई व ओडीएफ में बेहतर कार्य को लेकर सम्मानित किया गया है। मैं आपको ध्यान दिलवाना चाहता हूं, कि 11 मई 2017 को इसी कर्मचारी द्वारा राजगुरू में मार्केट की आठ दुकानों के अगो कचरा फैंकवाने जैसे घटिया हरकत की गई है। कई आला अधिकारी भी इसमें शामिल थे। आपके अधिकारियों की जांच रिपोर्ट में राजेश कुमार एसआई कर्मचारी को दोषी पाया गया था। इस घटना के बाद एसआई का तबादला कर दिया गया था। आठ दिन पहले ही इस कर्मचारी ने ज्वाइन किया है। इस कर्मचारी ने स्वच्छता को लेकर ऐसा क्या कार्य किया है, जो इसे सम्मानित किया गया है। यह सीधे तोर पर राजगुरु मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के साथ मिलकर और कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर

व्यापारियों को नीचा दिखाने का काम किया गया है जो बेहद शर्मनाक है। आपसे अनुरोध है कि इस प्रकार का निर्दनीय व घटिया कार्य करने वाले अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाए। अन्यथा व्यापारियों को न्याय के लिए आंदोलन करना पडेगा।ए मलिक, सुरेन्द्र कुमार, अजय, मनोज, करण, हरीश, हितेश, मोहित, गुलशन, हिमांशु, चिराग।

यह है मामला

11 मई 2017 को राजगुरु मार्केट में आठ दुकानों के आगे नगर निगम कर्मचारियों ने कचरा डाला था। कचरा डालने के दौरान महिला सफाई कर्मचारी को व्यापारियों ने मौके पर पकड़ लिया था। साथ ही सभी कचरा डालने वाले कर्मचारी कैमरों में कैद हो गए थे। राजगुरु मार्केट वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान अक्षय मलिक ने लिखित में शहर थाने में निगम कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दी थी। वहीं नगर निगम अधिकारियों ने विभागीय जांच की थी, जांच में एसई राजेश कुमार और दो अन्य कर्मचारियों को दोषी पाया था। पुलिस ने एसई सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। जो मौजूदा समय में कोर्ट में चल रहा है। इस विवाद के बाद एसआइ का तबादला अन्य जिले में हो गया था और निगम के तत्कालीन एक्सईएन रामजीलाल और ईओ इंद्रजीत ¨सह कुलहडिया ने बाजार में घटना को लेकर माफी मांगी थी। क्योंकि निगम के इंजीनिय¨रग ¨वग के अधिकारियों पर जानबूझ कर कचरा डलवाने के आरोप लगे थे। - व्यापारियों की दुकानों के आगे कचरा फैलाने वाले एसई राजेश को सम्मानित करवाने के पीछे निगम के आलाधिकारियों की सोची समझी साजिश है। राजगुरु मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान व अन्य पदाधिकारी इसमें मिले हुए है। वरना, बाजार के अंदर व्यापारियों को नीचा दिखाने का काम अधिकारी नहीं कर पाते है। निगम आयुक्त को हमें शिकायत दी है, ताकि दोषी अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाए।

- अक्षय मलिक, प्रधान, राजगुरु मार्केट वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन।


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