रोहतक में कर्ज तले दबे किसान ने सुसाइड नोट लिख लगाया फंदा, 15 दिन बाद थी बेटी की शादी
रोहतक में दो लोगों के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। रविवार को भी एक केस सामने आया था। वहीं कलानौर में आरटीआई एक्टिविस्ट को जान से मारने का धमकी भरा पत्र मिला है।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक जिले में रविवार को एक युवक ने आत्महत्या की थी तो वहीं अन्य दो लोगों के आत्महत्या करने का मामला भी साेमवार को सामने आया। मामले अलग-अलग जगह के हैं में इन दिनों आत्महत्या करने के केस बढ़ गए हैं। एक मामले में सांपला थाने के भैंसरूखुर्द गांव में कर्ज से परेशान होकर 58 वर्षीय चांदराम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को दी गयी शिकायत में भैसरुखुर्द गांव के रहने वाले संदीप ने बताया कि रविवार देर शाम उसके पिता चांद सिंह घर पर थे। तभी पता चला कि उसके पिता ने अपने घर मे फांसी लगा ली है। जिसे उपचार के लिए खरखौदा लेकर गए लेकिन कुछ देर बाद उसके पिता ने दम तोड़ दिया था। देर रात पता चलने पर पुलिस मौके पर गई।
मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला। उसमे लिखा था कि मैनें दो लोगों से साढ़े 13 लाख रुपये का कर्ज लिया था। इसमें एक का आठ लाख रुपये थे। जिसकी अदायगी मैं ढाई रुपये प्रति सैंकड़ा ब्याज के हिसाब से कर रहा था। करीब 30 लाख रुपये ब्याज की अदायगी कर चुका हूं। पर अचानक काम धंधा बंद हो गया। 15 दिनों बाद बेटी की शादी भी होनी थी इसके लिए ढाई लाख रुपये भी जुटाए थे, मगर लेनदार मुझसे छीन ले गए। मैं कर्ज नहीं चुका पाया तो लेनदारों ने मेरा प्लाट भी बेच दिया।
जिन लोगों से रुपए उधार लिए थे उन लोगों ने मुझे इतना बेइज्जत किया कि मुझे इतनी शर्मिदंगी हुई की मैं आत्महत्या करने का मजबूर हूं। जिन लोगों से रुपये लिए थे उनके दबाव मे आत्महत्या कर ली। पति को फंदे पर लटका देख पत्नी के भी होश उड़ गए। पति को फंदे से नीचे उतारा मगर तब तक देर हो चुकी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सांपला थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उधर, भाली आनंदपुर गांव में भी 19 वर्षीय सतेंद्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारणों का पता नही चल सका। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट को दी बच्चे को जान से मारने की धमकी
कलानौर : कस्बे के वार्ड नंबर 15 निवासी सुखबीर एवं आरटीआई एक्टिविस्ट को जान से मारने की धमकी भरा पत्र मिला है। पीडि़त सुखबीर ने नगरपालिका कर्मचारियों पर अंदेशा जताया है। मामले की शिकायत कलानौर पुलिस चौकी में दी है। पीडि़त का कहना है कि उसने आरटीआई के तहत नगरपालिका से महत्वपूर्ण जानकारी मांगी थी। महत्वपूर्ण जानकारी मांगने के बाद से ही लगातार कर्मचारियों के द्वारा दबाव बनाया जा रहा था। पीडि़त ने कहा रात को वह साढ़े दस बजे गेट बंद करने गया था। तब तक वहां कोई पत्र नहीं था मगर सुबह साढ़े पांच बजे एक पत्र मिला जिस पर लिखा हुआ था कि एक कदम भी आगे बढ़ाया तो तुम्हारे बच्चे की जान चली जाएगी।