हरियाणा में फिर घटने लगी बेटियों की संख्या, सात महीनों में 923 से 914 पहुंचा अनुपात
पिछले पांच वर्षों में प्रदेश में लिंगानुपात सुधरा था। सर्वश्रेष्ठ लिंगानुपात में पहले नंबर पर फतेहाबाद और दूसरे पर कैथल है। झज्जर पंचकूला और सीएम सिटी करनाल की स्थिति सबसे खराब है
हिसार, जेएनएन। प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में लिंगानुपात (सेक्स रेशिया ) में काफी अच्छा सुधार हुआ था। मगर इस साल के शुरुआती सात महीनों में हालत ठीक नहीं है। प्रदेशभर के लिंगानुपात के आंकड़ों को देखा जाए तो 31 जुलाई तक जन्मदर में गिरावट दर्ज की गई है। जहां वर्ष 2019 में जन्मदर का अनुपात 923 था जो अब घटकर 914 पर पहुंच गया है। इसमें फतेहाबाद जिले में सर्वश्रेष्ठ लिंगानुपात दर्ज की गई है। यहां 948 तो दूसरे स्थान पर कैथल में 942 लिंगानुपात दर्ज की गई है।
पिछले वर्ष से तुलना करें तो फतेहाबाद में लिंगानुपात 921 व कैथल में 919 आई थी, जिससे वह प्रदेश में नौंवे और 13वें पायदान पर थे, मगर इस बार दोनों ही जिलों ने अच्छा काम किया है। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से सरकार और स्वास्थ्य विभाग लिंगानुपात अभियानों पर विशेष ध्यान दे रहे थे, मगर इस आंकड़े के आने के बाद तैयारियों में कमियां नजर आ रही हैं।
वह पांच जिले जहां सबसे अच्छा लिंगानुपात
जिला- 2020 (31 जुलाई)- 2019 (अक्टूबर)
फतेहाबाद- 948 - 924
कैथल- 942 - 905
सोनीपत- 940 - 912
पानीपत- 934 - 936
नूंह व कुरुक्षेत्र- 933- 925
सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले जिले
जिला- 2020-2019
झज्जर- 883- 908
करनाल- 884- 907
पंचकुला- 923- 970
अन्य जिलों में लिंगानुपात का यह रहा हाल
जिला- 2020-2019
अंबाला- 918- 951
भिवानी- 890- 894
सिरसा- 931- 904
पानीपत- 934- 936
हिसार- 918- 927
फरीदाबाद- 915- 919
यमुनानगर- 921- 938
गुरुग्राम- 898- 911
रेवाड़ी- 904- 913