Move to Jagran APP

कोविड-19 से निपटने के लिए आंकड़ों को रखा जाए दुरुस्त

सांख्यिकीय आंकलन किसी भी देश के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक पहलू है। इसके लिए हमें सांख्यिकीय क्षमता को मजबूत करने व नई प्रौद्योगिकी के विकास करने की आवश्यकता है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 08:41 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 08:41 AM (IST)
कोविड-19 से निपटने के लिए आंकड़ों को रखा जाए दुरुस्त
कोविड-19 से निपटने के लिए आंकड़ों को रखा जाए दुरुस्त

जागरण संवाददाता, हिसार : विश्वसनीय व उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले आंकड़े किसी भी शोध परिणाम की उपयोगिता के लिए सबसे पहली जरूरत है। सांख्यिकीय आंकलन किसी भी देश के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक पहलू है। इसके लिए हमें सांख्यिकीय क्षमता को मजबूत करने व नई प्रौद्योगिकी के विकास करने की आवश्यकता है। यह बातें चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह ने कही।

loksabha election banner

वह विश्वविद्यालय में मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के गणित एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित तीसरे विश्व सांख्यिकी दिवस पर विज्ञानियों को संबोधित कर रहे थे। इसमें विज्ञानियों ने बताया कि कोविड-19 से निपटने के लिए सांख्यिकीय आंकड़ों का दुरुस्त होना बहुत जरूरी है।

आंकड़ा विश्लेषण पर मंथन

कार्यक्रम के दौरान विभाग की ओर से पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया, जिसमें विभाग के पूर्व अध्यक्ष डा. बीके हुड्डा, शेर-ए-कश्मीर कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग के अध्यक्ष डा. मनीष कुमार शर्मा, केरल कृषि विश्वविद्यालय त्रिशूर के सह-प्राध्यापक डा. बी. जोशफ व जम्मू विश्वविद्यालय के डा. प्रमिल कुमार शामिल हुए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.