अपनी भूमि पर जैविक खेती करे डेरे : आचार्य देवव्रत
गांव कोथ कलां में बाबा कालापीर मेल में देश भर के साधु पहुंचे। 21
संवाद सहयोगी, नारनौंद :
गांव कोथ कलां में बाबा कालापीर मेल में देश भर के साधु पहुंचे। 21 मानधारियों को चांदी की छड़ी देकर सम्मानित किया गया और मुख्य अतिथि
के रूप में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि हरियाणा
की भूमि डेरों की भूमि है और यहां के लोगों में धार्मिकता की भावना कूट-कूट कर भरी हुई है। आज नाथ संप्रदाय के इस मेल से ये संदेश जाएगा कि बुराईयों को छोड़कर अच्छाई के रास्ते पर चलें। पहले आश्रमों पर धर्म की प्रेरणा मिलती थी, लेकिन इनका आज स्वरूप बदल रहा है। कुछ केन्द्रों पर नशे की प्रवृति लगातार बढ़ रही है। नशा आदमी को अंदर व बाहर से खोखला तो करता ही है। साथ ही उसकी बुद्धि को भ्रष्ट कर धर्म के रास्ते से भटका देता है।
डेरा अपनी भूमि पर जैविक खेती करे
मैं किसान के घर पैदा हुआ हूं और किसान का लड़का हूं। आज भी गाय को पालता हूं। वर्तमान में पनप रही विभिन्न प्रकार की बीमारियों की
जड़ अंधाधुंध यूरिया व कीटनाशक का उपयोग है। इसलिए सभी धार्मिक डेरों के प्रबंधकों से आग्रह किया कि उनके अधीनस्थ कृषि भूमि में जैविक
खेती के बारे में भी लोगों को जागरूक करें और जैविक खाद का ही उपयोग करें। क्योंकि जैविक खाद के उपयोग से ही हम प्रोटीनयुक्त खाद्यानों का उत्पादन कर सकते हैं। इसका विकल्प एक ही है कि र्जैविक खेती हो अपनाना चाहिए। उन्होंने किसानों का भी आह्वान किया कि जैविक खेती हो
तरजीह दें। ऐसा करने से उनकी आय में अपने आप वृद्धि होगी।
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आपस में वैर भाव न रखें : बाबा बालक नाथ
अस्थल बोहर डेरे के महंत पीर बाबा बालक नाथ ने बताया कि ये स्थान काफी महत्वपूर्ण है और आज इस मेल में देशभर के योगी पहुंचे
हैं। ये आयोजन काफी सहरानीय है।
साधु समाज सबका होता है ना किसी एक जात व धर्म का होता है। साधु समाज बुराईयों को मिटाने के लिए प्रयासरत है। ग्रामीण डेरे की गरीमा
को बढ़ाने में अपना सहयोग दें।