Move to Jagran APP

पालतु कुत्‍ते के शौच के कणों से महिला के पेट में पहुंचे खतरनाक कीड़े, फेफड़ों से चिपके, आपरेशन से निकाले

कुत्‍ते को गोद में लेकर खेलते हैं तो सावधान हो जाइए। क्‍योंकि आप गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। बीमारी भी ऐसी जिसके बारे में शायद ही पहले कभी आपने सुना हो। हिसार जिले में एक ऐसा ही केस सामने आया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 09 Aug 2022 02:54 PM (IST)Updated: Tue, 09 Aug 2022 02:54 PM (IST)
पालतु कुत्‍ते के शौच के कणों से महिला के पेट में पहुंचे खतरनाक कीड़े, फेफड़ों से चिपके, आपरेशन से निकाले
कुत्‍ते के शौच के कणों से पेट में पनपे कीड़े, जिन्‍हें महिला के पेट से बाहर निकाला गया है

जागरण संवाददाता, हिसार: अगर आप कुत्‍ता पालने के शौकीन हैं या कुत्‍ते को गोद में लेकर खेलते हैं तो सावधान हो जाइए। क्‍योंकि आप गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। बीमारी भी ऐसी जिसके बारे में शायद ही पहले कभी आपने सुना हो। हिसार जिले में एक ऐसा ही केस सामने आया है। जिसमें एक महिला कुत्‍ते के कारण मौत में मुंह में जा रही थी। मगर समय रहते बचाव हो गया।

loksabha election banner

हिसार नागरिक अस्पताल में तीन डाक्टरों की टीम ने कुत्ते की शौच के कणों से एक महिला के पेट में पनपे कीड़ो के ढेर को निकालकर सफल आपरेशन किया है। हाइडेटिड सीस्ट एक्ससेशन नाम की इस दुर्लभ सर्जरी को सिर्फ ढाई घंटे में किया। चिकित्सकों ने शहर निवासी एक 45 वर्षीय महिला का आपरेशन किया, यह महिला करीब दो साल से इस बीमारी से ग्रस्त थी।

कई निजी अस्पतालों के चक्कर लगा चुकी थी। नागरिक अस्पताल की तीन डाक्टरों की टीम द्वारा पेट में करीब 12 बाई 12 सेंटीमीटर क्षेत्र में फैले कीड़ाे को निकालने का आपरेशन पहली बार किया गया है। इससे पहले हालांकि तीन आपरेशन किए गए थे, लेकिन उन मामलो में सिर्फ छह बाई छह सेंटीमीटर में कीड़ों ने अपना घर बसाया हुआ था।

यह कीड़े शरीर में छाती के अंदरुनी हिस्से में चिपक जाते हैं जिससे सांस लेने में भी तकलीफ होती है। नागरिक अस्पताल में सर्जन डा. विनोद डाबला ने बताया कि पालतु कुत्तों को हाथो में उठाने के बाद हाथ न धोने से कुत्तो के शौच में पाए जाने कीटाणु हाथों के जरिये मुंह से शरीर में प्रवेश कर जाते है। यह कीटाणु शरीर में जाकर छाती के पास चिपक जाते है और वहां अंडे देकर अपने परिवार को बढ़ाने लगते है, समय बीतने के साथ इनकी संख्या बढ़़ती जाती है।

धीरे-धीरे सैंकड़ो से हजारो, लाखों कीड़े बन जाते है। इनके बढ़ने पर मरीज को पेट में दर्द होने लगता है जो दवा देने पर भी आराम नहीं होता। इन्हें निकालने के लिए आपरेशन करना पड़ता है। इस महिला के पेट में यह कीड़े 12 बाई 12 सेंटीमीटर के एरिया में फैले हुए थे। यह डायफ्राम पर चिपके हुए थे डायफ्राम पेट और छाती के बीच की एक दीवार है जो सांस लेने में मदद करती है।

यह काफी जटिल आपरेशन था। लेकिन उनकी टीम ने करीब ढ़ाई घंटे में इस आपरेशन का सफलतापूर्वक पूरा कर दिखाया। 45 वर्षीय महिला अब स्वस्थ है, तीन से चार में उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। महिला को को आपरेशन में किसी तरह की समस्या नहीं आई। आपरेशन पहले दूरबीन से किया गया।

इसके बाद हाथों से सर्जरी कर कीड़े निकाले गए। टीम में डा. राजीव डाबला, डा. विनोद तरड़, डा. दीपांशु शामिल रहे। महिला को कई दिन से पेट दर्द में आराम न होने पर सिटी स्कैन कर महिला के पेट में पनपे कीड़ो का पता लगाया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.