Move to Jagran APP

गुजवि में धरने पर रागनियों का दौर जारी, कम हो रही कार्यकर्ताओं की भीड़

जागरण संवाददाता, हिसार गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग को लेकर श्

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Feb 2018 02:08 PM (IST)Updated: Tue, 20 Feb 2018 02:08 PM (IST)
गुजवि में धरने पर रागनियों का दौर जारी, कम हो रही कार्यकर्ताओं की भीड़
गुजवि में धरने पर रागनियों का दौर जारी, कम हो रही कार्यकर्ताओं की भीड़

जागरण संवाददाता, हिसार

loksabha election banner

गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग को लेकर शुरु किया गया इनसो का धरना पांचवे दिन में प्रवेश कर गया है। सोमवार की तरह की मंगलवार को भी गुजवि में कक्षाएं भी लगी और साथ में धरना भी चलता रहा और रागनियां चलने का सिलसिला भी जारी रहा। मगर खास बात ये रही कि मंगलवार को सोमवार की बजाय धरने पर कार्यकर्ताओं की संख्या कम देखने को मिली। वहीं सोमवार तक गुजवि में छुट्टी की गई थी। मंगलवार को भी धरने पर लाउड स्पीकर पर रागनियां चलती रही और माइक के माध्यम से संबोधन का काम भी किया गया।

ऐसे में कक्षाओं में धरने के चलते शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ही परेशान हुए। सोमवार को धरने पर हिसार लोकसभा सांसद दुष्यंत चौटाला भी पहुंचे थे।

इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने सोमवार को संबोधित करते हुए कहा कि हमें गुप्त सूचना मिली है कि धरने पर बैठे लोगों को यहां से जबरदस्ती उठाया जाएगा। लाठीचार्ज भी किया जा सकता है, इसलिए हिम्मत से काम लें और डरें नहीं। इसी आशंका को देखते हुए बाकी दिनों की तुलना में वीसी ऑफिस के सामने इनसो के धरने पर सोमवार को ज्यादा संख्या में छात्र बैठे नजर आए। वहीं मंगलवार को स्थिति उलट है। अब देखना ये है कि धरना यूं ही जारी रहता है या फिर लाठी चार्ज करने जैसा कोई पैतरा गुजवि प्रशासन अपनाता है।

कार्यकर्ताओं को अनशन जारी

इनसो के धरने पर अनशन पर बैठे अनशनकारियों का सोमवार को सिविल अस्पताल के डाक्टर ज्ञानेंद्र ने चेकअप भी किया था। वहीं मंगलवार को भी कार्यकर्ता अनशन पर बैठे रहे, मगर कई दिनों से बिना कुछ खाए पिए उनकी हालत कमजोर होती जा रही है। बता दें कि इससे पहले अनशन पर बैठी प्रदेश संयोजिका मंजू की तबीयत बिगड़ गई थी। पहले उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था फिर उसके बाद वो फिर से धरने पर लौटी थी और उसके बाद उन्हें फिर से निजी अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.