गो अभयारण्य बना गायों के लिए मौत का बाड़ा : रामनिवास राड़ा
रामनिवास ने बताया कि वहां गायों के लिए न तो खाने की कोई व्यवस्था है न साफ पीने के पानी की। गायों को जो सूखी तूड़ी डाली जा रही है वह इतनी गली-सड़ी है कि उसे खाना तो दूर हाथ में लेने से ही दुर्गध आती है। राड़ा ने कहा कि जिस समय यह गो अभयारण्य खोला गया था उस समय में लगभग 3000 गाय थीं लेकिन अब वहां पर केवल 260 गाय बची हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार : वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामनिवास राड़ा शनिवार को गो अभ्यारण्य पहुंचे। निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया कि यहां गायों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। कई गायों की मौत हो चुकी है, लेकिन बाड़े से उनके शव नहीं हटाए गए हैं। वहीं कुछ गायें तड़प रही थी। यहां की स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम ने गो अभयारण्य के नाम पर गायों के लिए भय, यातना व मौत का बाड़ा बना दिया है।
रामनिवास ने बताया कि वहां गायों के लिए न तो खाने की कोई व्यवस्था है न साफ पीने के पानी की। गायों को जो सूखी तूड़ी डाली जा रही है, वह इतनी गली-सड़ी है कि उसे खाना तो दूर हाथ में लेने से ही दुर्गध आती है। राड़ा ने कहा कि जिस समय यह गो अभयारण्य खोला गया था, उस समय में लगभग 3000 गाय थीं, लेकिन अब वहां पर केवल 260 गाय बची हैं। राड़ा ने जिला उपायुक्त से मांग की कि वे मामले की जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई करें।