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गांव काजला के पास निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए तलाशी जमीन

निगम के चीफ इंजीनियर व एयरपोर्ट के अधिकारी ने जमीन का किया निरीक्षण जागरण संवाददाता हि

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 07:31 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 07:31 AM (IST)
गांव काजला के पास निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए तलाशी जमीन
गांव काजला के पास निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए तलाशी जमीन

निगम के चीफ इंजीनियर व एयरपोर्ट के अधिकारी ने जमीन का किया निरीक्षण

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जागरण संवाददाता, हिसार : प्रदेश मुख्यमंत्री की घोषणा को सिरे चढ़ाने के लिए नगर निगम प्रशासन और एयरपोर्ट के अफसरों ने गांव काजला के पास सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए जमीन तलाशी है। दोनों विभागों के अफसरों ने जमीन को लेकर विचार-विमर्श कर इस पर सरकार की फाइनल मुहर लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। गांव काजला के पास देखी गई करीब 20 एकड़ सरकारी जमीन पर प्लांट का प्रपोजल बनाकर शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा (यूएलबी) के माध्यम से सरकार को भेजा जाएगा। ऐसे में अब अब सीएम घोषणा ें के 5 साल 11 महीन और 5 दिन बाद एक बार फिर जमीन चिन्हित की गई है।

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सपनों की उड़ान आ गई थी आड़े, इसलिए अटका है प्रोजेक्ट

सपनों की उड़ान यानि इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के नियम आड़े आने से सॉलिड वेस्ट का प्रोजेक्ट पिछले कई दिनों से अटका हुआ था। वहीं कुछ अधिकारी भी जमीन तलाशने में सुस्त रवैया अपनाए हुए थे। ऐसे में सीएम मनोहर लाल की ओर से 29 दिसंबर 2014 को प्लांट की घोषणा के बाद भी आज तक जमीन नहीं तलाशी जा सकी है। हालांकि पूर्व में निगम ने गांव ढंढूर से कुछ ही दूरी पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए 32 एकड़, 4 कनाल, 2 मरला भूमि जगह ली, लेकिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 20 किलोमीटर के दायरे में आने के कारण यह प्लांट यहां रद हो गया। अब इसके लिए नगर निगम प्रशासन नई जगह तलाश रहा है। अब निगम कमिश्नर अशोक गर्ग और चीफ इंजीनियर रामजीलाल ने मामले में संज्ञान लेते हुए जमीन को फाइनल करने के लिए कदम बढ़ाया तो निगम टीम ने जमीन तलाशी है। शुक्रवार को एयरपोर्ट के अधिकारी के साथ चीफ इंजीनियर ने गांव काजला के पास सरकारी जमीन का निरीक्षण कर जगह को जिला स्तर पर फाइनल कर दिया है। अब इसे मुख्यालय को रिपोर्ट भेजकर उनकी राय ली जाएगी।

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ये भी जानें

-शहर से प्रतिदिन निकलता है कचरा : 180 टन जिसमें (सूखा व गीला कचरा लगभग बराबर)

-गीले कचरे से तैयार होने वाली खाद : औसतन 5 टन

-इन कंपोस्ट प्लांट पर हो रही खाद तैयार : तोशाम रोड पर महात्मा गांधी अस्पताल के पास प्लांट, सेक्टर-14 कम्युनिटी सेंटर में प्लांट, मधुबन पार्क में प्लांट।

-नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल-2016 की पालना अनिवार्य:एनजीटी के आदेश के बाद 50 किलोग्राम से अधिक कचरा पैदा करने वाले बल्क गारबेज जनरेटर्स की पहचान कर निगम ने 64 को नोटिस दिए थे, जिनमें से कई ने आज तक खाद तैयार करने का काम शुरू नहीं किया है।

- प्लांट पर हिसार, बरवाला, हांसी, नारनौंद और सिवानी का भी होगा निस्तारण : प्रतिदिन 219 टन

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प्लांट लगने का लाभ

गांव ढंढूर के पास करीब साढ़े 16 एकड़ जमीन पर शहर का कचरा डंप होता है। जिसके कारण आसपास के गांव सहित करीब 15 हजार की आबादी इस कचरे में प्रतिदिन लगने वाली आग के कारण नरक जैसा जीवन जीने को मजबूर हैं। ऐसे में प्लांट लगने से उन्हें राहत मिलेगी।

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नगर निगम की ओर से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने के लिए गांव काजला के पास करीब 20 एकड़ सरकारी देखी है। एयरपोर्ट के अधिकारी के साथ मौका निरीक्षण किया है। जमीन को हमारे स्तर पर फाइनल कर यूएलबी को प्रपोजल भेजा जाएगा। इसके बाद यूएलबी के आदेशानुसार आगामी कदम उठाया जाएगा।

- रामजीलाल, चीफ इंजीनियर, नगर निगम, हिसार।


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