संघ ने 20 वार्डो में बनाई 55 टोलियां, 9072 लोगों तक पहुंचाया राशन
राष्ट्रीय सेवक संघ ने 20 वार्डों में 55 टोलियां बनाई। इसके बाद सदस्यों ने 9072 लोगों तक राशन पहुंचाया।
हिसार, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने में हर कोई युद्ध लड़ रहा है। जरूरतमंद तक भोजन पहुंचाने में सभी लगे हैं। इसी सेवा में लगा है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)। संघ का 26 मार्च से शुरू हुआ जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का सिलसिला निरंतर जारी है। शहर के 20 वार्ड में 55 टोलियां बनाकर 9072 जरूरतमंद तक अभी तक राशन पहुंचाया गया है। बारीकी से जरूरतमंदों की पहचान कर उन तक राशन पहुंचता है। लॉकडाउन के दूसरे दौर में भी यह सिलसिला जारी है।
यह है व्यवस्था: सनातन धर्म हनुमान मंदिर परिसर में मंदिर ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं और संघ के पदाधिकारी एकत्रित होते हैं। नगर निगम की देखरेख में राशन पैकिंग का कार्य और सूची तैयार की जाती है। आरएसएस की तरफ से 20 वार्ड में 55 टोलियां लगाई हैं। यह टोलियां बस्ती में जाती हैं और घर-घर जाकर जरूरतमंद परिवार का पता करती हैं। सूची तैयार कर नगर कार्यवाह को भेजती हैं और फिर राशन का पैकेट बस्ती प्रमुख तक पहुंचाया जाता है।
पहले दौर में दिया था 8031 जरूरतमंदों को राशन
24 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने के बाद 26 मार्च से आरएसएस मैदान में आ गई थी। उसके बाद से 14 अप्रैल तक 8031 जरूरतमंद परिवारों को सूखा राशन दिया। अब 17 अप्रैल तक 9072 परिवार हो गए हैं।
ये सामान है राशन के पैकेट में
पांच किलोग्राम आटा, एक किलोग्राम चावल, एक किलोग्राम दाल, एक किलोग्राम चीनी, एक किलोग्राम नमक, आधा लीटर तेल, मिर्च और हल्दी 200-200 ग्राम और साबुन दिया जाता है। यह राशन चार से पांच लोगों के परिवार के लिए एक सप्ताह तक चल सकता है। उसके बाद वह अपनी जरूरत के अनुसार फोन कर बता सकता है।
शहर को दो भागों में बांटा
संगठनों ने शहर को दो भागों बांट दिया है। इसमें एक भाग को केशव नगर और माधव नगर नाम दिया गया है। माधव नगर में 17 तो केशव नगर में 28 टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें जरूरतमंद तक राशन पहुंचा रही हैं।
शहर को दो भागों में बांट कर 20 वार्ड में 55 टोलियों के माध्यम से जरूरतमंद परिवार तक राशन पहुंचाया जा रहा है। यह दूसरे दौर में निरंतर जारी है। नगर निगम के कर्मचारी भी इस कार्य में साथ होते हैं। उनके स्वयंसेवक भी पूरी निष्ठ से सेवा में लगे हैं।
- आदिश जैन, जिला कार्यवाह, आरएसएस।