हिसार में फंसे झारखंड के 22 परिवारों को सिखों ने भिजवाया खाना, दो दिन से थे भूखे
गुरुद्वारे से बना हुआ खाना प्रशासन की मदद से मौके पर भिजवाया। वहीं पटेल नगर में भी फोन करने के बाद दिन में नहीं मिला खाना तो रात को भरपेट खाया
हिसार, जेएनएन। लॉकडाउन में कुछ लोग जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनकर सामने आ रहे हैं। तलवंडी राणा के पास एक भट्ठे पर काम करने लिए आए 22 परिवारों को प्रशासन ने खाना उपलब्ध करवाया। दो दिन से खाना खत्म होने के कारण वे काफी परेशान थे। उन्होंने झारखंड में परिवार को सूचित किया और वहां से पंचकूला में मैसेज आया। वहां से जिला प्रशासन के अधिकारियों को मैसेज आया और गुरुद्वारे की मदद से खाना पहुंचाया गया। दूसरी तरफ पटेल नगर में रहने वाले विजय कुमार व उसके पांच साथियों को दिन में खाना नहीं मिल पाया।
रात को खाना मिलने के बाद उन्होंने भरपेट भोजन किया। झारखंड निवासी जमींदार सिंह मजदूरी करने आया था। उनके अलावा 22 परिवार आए थे। लॉकडाउन होने के बाद उनके पास शुरुआत में भोजन था लेकिन वह खत्म हो गया। दो दिन पहले उन्होंने झारखंड में फोन किया। वहां से पंचकूला होते हुए जिला प्रशासन के पास मैसेज आया। अधिकारियों ने गुरुद्वारा सिंह सभा की टीम से संपर्क कर खाने का प्रबंध करवाया। टीम ने सुबह व शाम को मजदूरों के परिवार तक खाना पहुंचाया।
दिन में पार्षद से मांगी मदद, शाम को मिली
एक अन्य केस में पटेल नगर के विजय कुमार ने कहा कि उसके पास खाना नहीं है। वह किसी तरह मांग कर काम चला रहा है। यदि वह सूखा राशन लेने के लिए निकलता है तो पुलिस वापस घर में भेज देती है। दिन में उसने कंट्रोल रूम में फोन किया। उन्होंने पार्षद का नंबर देकर मदद लेने के लिए कहा। पार्षद को फोन किया लेकिन मदद नहीं मिली। शाम को बाद में किसी ने उनके पास खाना भिजवाया। बता दें कि सरकार की ओर से राशन, दवा आदि लाने की स्वीकृति लॉकडाएन में भी है। मगर पुलिस इसे बहाना मान लेती है और लाेगों को दुकान तक नहीं पहुंचने देती, ऐसे में कुछ लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो बहाना बनाकर इधर उधर घूमते रहते हैं।