कोरोना वायरस का आशंकित मरीज पीजीआइ रोहतक से फरार, फूले हाथ पांव
भारतीय सेना में तैनात एक फौजी छुट्टी पर आने के बाद पहुंचा था पीजीआइ। चिकित्सकों के सैंपल लेने के बाद मौके से फरार हुआ संदिग्ध मरीज। दो अन्य आशंकित मरीज का सैंपल लिए
रोहतक, जेएनएन। कोरोना वायरस गंभीर विषय है मगर कुछ लोग इसकी गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं। वायरस का एक आशंकित मरीज रोहतक पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) से भाग खड़ा हुआ। मरीज को खोजने के लिए चिकित्सकों ने काफी हाथ-पैर मारे, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। हालांकि चिकित्सकों ने मरीज का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। इसके अलावा दो अन्य आशंकित मरीज का सैंपल लेते हुए उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं देर शाम भागा हुआ मरीज खुद ही पीजीआई में लौट आया।
बता दें कि भारतीय सेना का एक जवान पीजीआइ के फ्लू क्लीनिक में जांच कराने के लिए पहुंचा। इस दौरान चिकित्सकों ने मरीज में कोरोना वायरस के कुछ लक्षण देखे तो उन्होंने मरीज का सैंपल लेने की बात कही। मरीज के साथ आए अन्य साथियों को भी चिकित्सकों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हुए। काफी समझाने के बाद मरीज का सैंपल तो चिकित्सकों ने ले लिया, लेकिन जब आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने की बात आई तो मरीज चिकित्सकों को चकमा देकर फरार हो गया था।
चिकित्सकों का कहना है कि मरीज के साथी भी उसे वार्ड में भर्ती न करने की जिद पर अड़े थे। मरीज के भागने की सूचना पर चिकित्सकों में हड़कंप मच गया। चिकित्सकों ने मरीज को पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। चिकित्सकों के मुताबिक शुक्रवार को दो नए आशंकित मरीज उपचार के लिए पीजीआइएमएस में पहुंचे।
जिसके चलते दोनों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजते हुए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं बृहस्पतिवार को भर्ती किए गए एक अन्य मरीज की भी जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं मिल सकी है। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डा. गजेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि अभी वार्ड में कुल तीन मरीज भर्ती हैं। बृहस्पतिवार को भर्ती किए गए मरीज के साथ अन्य दोनों की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है।