corona sero survey haryana: हरियाणा में 50 फीसद पूरा हुआ सीरो सर्वे, पहली बार बच्चे भी शामिल
प्रदेश भर में शुरु हुआ सीरो सर्वे का कार्य जिले में पचास फीसद पूरा हो गया है। जिसको मानिटर करने की जिम्मेदारी इस बार पीजीआइ रोहतक को मिली है। पीजीआइ रोहतक के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की ओर से प्रदेश में तीन दिन के लिए मानिटरिंग अधिकारी भेजे जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : कितने लोगों को कोराेना हुआ और उन्हें पता भी नहीं चला और वो ठीक भी हो गए। इसका पता लगाने के लिए हरियाणा में तीसरी बार सीरो सर्वे किया जा रहा है। सीरो सर्वे में व्यक्ति में बनने वाली एंटी बॉडी के बारे में भी पता लगाया जाता है। प्रदेश भर में शुरु हुआ सीरो सर्वे का कार्य जिले में पचास फीसद पूरा हो गया है। जिसको मानिटर करने की जिम्मेदारी इस बार पीजीआइ रोहतक को मिली है। पीजीआइ रोहतक के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की ओर से प्रदेश भर में तीन दिन के लिए मानिटरिंग अधिकारी भेजे जा रहे हैं। जो सैंपलिंग गतिविधि की देखरेख करने के साथ ही सही विधि से सैंपल एकत्रित करने के कार्य को पूरा करवा रहे हैं। रोहतक जिले में इस बार 1600 सैंपल लिए जाएंगें। ऐसा पहली बार हो रहा है, जिसमें छह वर्ष तक के बच्चों को शामिल किया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्र से लिए जाएंगें अधिक सैंपल
सीरो सर्वे के लिए प्रदेश भर में 913 कलस्टर बनाए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 548 तथा शहरी में 365 कलस्टर पर सैंपलिंग का कार्य किया जाएगा। रोहतक जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 24 व शहरी क्षेत्र में 16 कलस्टर बनाए गए हैं। हर कलस्टर से 40 सैंपल लिए जा रहे हैं।
-ये रहेगा सैंपलिंग का तरीका
सीरो सर्वे में हर कलस्टर से छह से नौ वर्ष तक के चार सैंपल, नौ से 17 वर्ष तक के 12 सैंपल व 18 प्लस आयु के 24 सैंपल लिए जाएंगे। प्रदेश भर में सबसे अधिक सैंपल गुरुग्राम से तीन हजार व सबसे कम पलवल से 800 से लिए जाएंगें। वहीं इसके अलावा नूंह जिले से भी 2720 सैंपल लिए जाएंगें।
सीरो सर्वे के लिए प्रदेश भर में 913 कलस्टर बनाए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 548 व शहरी में सैंपलिंग के लिए बनाए 365 कलस्टर बनाए गए हैं। जहां से 36520 सैंपल लिए जाएंगें। तीन दिन तक चलने वाली सैंपलिंग में पीजीआइ को मानटरिंग का जिम्मा दिया गया है।
डा. आरबी जैन, विभागाध्यक्ष, कम्यूनिटी मेडिसिन, पीजीआइ रोहतक।