Move to Jagran APP

कोरोना ने बढ़ाया वर्चुअल प्लेटफार्म का महत्व : प्रो. टंकेश्वर कुमार

ऑनलाइन माध्यमों का एक बड़ा फायदा यह हुआ है कि विद्यार्थी तथा शोधार्थी और अधिक उच्च स्तरीय विषय विशेषज्ञों से जुड़ पाए हैं। कार्यक्रम में चुना गया विषय समय की मांग है। प्रतिभागियों के लिए यह अति उपयोगी होगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Nov 2020 08:11 AM (IST)Updated: Wed, 04 Nov 2020 08:11 AM (IST)
कोरोना ने बढ़ाया वर्चुअल प्लेटफार्म का महत्व : प्रो. टंकेश्वर कुमार
कोरोना ने बढ़ाया वर्चुअल प्लेटफार्म का महत्व : प्रो. टंकेश्वर कुमार

जागरण संवाददाता, हिसार : वर्चुअल प्लेटफार्म वर्तमान की हकीकत के साथ-साथ जरूरत भी बन गए हैं। कोविड 19 महामारी ने वर्चुअल प्लेटफार्म का महत्व और अधिक बढ़ा दिया है। गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में मंगलवार को फिजिक्स विभाग के सौजन्य से रिसेंट एडवांसिस इन फोटोनिक्स एंड कम्युनिकेशन विषय पर आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में यह बातें कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कही।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि ऑनलाइन माध्यमों का एक बड़ा फायदा यह हुआ है कि विद्यार्थी तथा शोधार्थी और अधिक उच्च स्तरीय विषय विशेषज्ञों से जुड़ पाए हैं। कार्यक्रम में चुना गया विषय समय की मांग है। प्रतिभागियों के लिए यह अति उपयोगी होगा। विश्वविद्यालय परिसर में छह नवंबर तक कार्यक्रम चलेगा।

विभागाध्यक्ष प्रो. सुजाता सांघी ने कहा कि फोटोनिक्स बायोसेंसर तथा ऑप्टिकल फाइबर हमारी जीवन रेखा बन चुके हैं। संयोजक प्रो. देवेंद्र मोहन ने कहा कि फोटोनिक्स को हमारे जीवन के हर क्षेत्र में प्रयोग किया जा रहा है। रोबोटिक्स और सेंसर के युग में यह हमारे समाज के लिए अति उपयोगी है। उन्होंने टचलेस स्मार्ट घरों को समय की जरूरत बताया।

कार्यक्रम में 14 सत्र होंगे

कार्यक्रम के कुल 14 सत्रों में आइइइइ यूएसए, यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी मलेशिया, भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु, भारतीय तकनीकी संस्थान, गुवाहाटी, भारतीय तकनीकी संस्थान रुड़की, मलाड़ इंजीनियरिग कॉलेज हसन के अतिरिक्त सीएसआइआर, सीएसआइओ व आइआरडीइ डिफेंस लैब्स से आए विषय विशेषज्ञ प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।

मलेशिया से एमओयू साइन

गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने हाल में ही यूटीएम मलेशिया के साथ एमओयू साइन किया है। प्रथम दिन आइआइएससी बेंगलुरु के डा. गोपाल हेगड़े तथा आइआइटी रुड़की के डा. विपूल रस्तोगी ने नैनोफोटोनिक्स तथा फाइबर ऑप्टिक्स पर व्याख्यान दिए। इस अवसर पर प्रो. सुनीता श्रीवास्तव तथा विभाग के अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.