Move to Jagran APP

विवाद: मेयर बोले- बारिश में बही सड़क दोबारा बनाएं, अधिकारी बोले- टूटे टुकड़े ही करवाएंगे ठीक

पब्लिक हेल्थ को नाले की मिट्टी धंसने पर भेजा नोटिस। न ठेकेदार और न अधिकारियों ने दिखाई गंभीरता। निगम अधिकारी जन स्वास्थ्य विभाग की गलती बता ठेकेदार को बचा रहे हैं।

By manoj kumarEdited By: Published: Tue, 21 May 2019 03:20 PM (IST)Updated: Tue, 21 May 2019 03:20 PM (IST)
विवाद: मेयर बोले-  बारिश में बही सड़क दोबारा बनाएं, अधिकारी बोले- टूटे टुकड़े ही करवाएंगे ठीक
विवाद: मेयर बोले- बारिश में बही सड़क दोबारा बनाएं, अधिकारी बोले- टूटे टुकड़े ही करवाएंगे ठीक

हिसार, जेएनएन। हिसार में पहली बारिश को भी न सह पाई और पानी में बही सड़कों को लेकर मेयर और अधिकारी दो मत हैं। मेयर सड़कों की पुन: निर्माण की बात कर रहे हैं तो वहीं अधिकारी महज खराब हुए टुकड़ों की दुरुस्‍त करवाने की बात कर रहे हैं।

loksabha election banner

बता दें कि 12 क्वार्टर रोड पर जन स्वास्थ्य विभाग ने बरसाती नाले का निर्माण किया गया है। नरम मिट्टी होने के कारण पहली ही बारिश में नाले के ऊपर बनाई गई गली धंस गई। अब नगर निगम के अनुभवी अधिकारी अपने ठेकेदार,जेई और अधिकारियों की गलतियां छिपाने के लिए अब जन स्वास्थ्य विभाग पर ठिकरा फोडऩे में जुट गए है।

लेकिन मेयर गौतम सरदाना सख्त रूख अपनाए हुए है। मेयर ने सभी अधिकारियों को आदेश दिए है कि सड़क दोबारा बनाई जाए। लेकिन अधिकारी सड़क पुन: बनाने को लेकर आनाकानी कर रहे है। मगर, नाले की वजह से 12 क्वार्टर रोड की सड़क का लेवल कई जगहों से ऊपर नीचे हो गया है।

ऐसे में सड़क को पुन: बनाने से ही समस्या का समाधान होगा। अन्यथा प्री मानसून की बारिश में सड़क जगह जगह से टूट जाएगी। हालांकि नगर निगम की ओर से जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी नाले की मिट्टी धंसने पर नोटिस भेजा जा रहा है।

एजेंसी मालिक कोई, मौके पर काम कर हरा कोई ठेकेदार

12 क्वार्टर रोड के 87.77 लाख रुपये के टेंडर को एजेंसी ने माइनस में लिया। जो 72 लाख रुपये पर आ गया। 72 लाख रुपये के टेंडर का काम एजेंसी ने स्वयं नहीं किया। बल्कि एजेंसी ने अपने नाम से किसी ओर निगम के ठेकेदार को काम सौंप दिया। ठेकेदार ने लोकसभा चुनावों का फायदा उठाते हुए अंधाधुंध निम्न स्तर का काम कर दिया। जिसके परिणाम पहली बारिश में सामने आ गए। सबसे अहम बात यह है कि एजेंसी को क्वालिटी वर्क के नाम पर टेंडर दिया जाता है। लेकिन एजेंसी स्वयं नहीं कर दूसरे ठेकेदार को वर्क दे देती है। जिससे बेहतर गुणवत्ता का काम नहीं होता है और जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है।

यह है बरसाती नाले की स्थिति

. जन स्वास्थ्य विभाग को 92 लाख रुपये में निगम ने नाला बनाने के लिए दिए।

. जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नाले का निर्माण समय रहते हुए कर दिया।

. मैनहॉल से लेकर बरसाती चैंबर का निर्माण किया गया।

92 लाख में नहीं था अतिरिक्त मिट्टी डालने का पैसा 

जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नाले के निर्माण का पैसा उन्हें मिला था। नगर निगम अधिकारियों के अनुरोध पर उन्होंने यह काम किया था। नाला जहां बनाया गया था, वहां पर मिट्टी का लेवल किया गया था। मिट्टी दबाकर अतिरिक्त मिट्टी डालने संबंधी कोई पैसा 92 लाख रुपये में नहीं था। हमने अपने स्तर पर मिट्टी डालकर लाइन को सही रूप से शुरू कर दिया।

यह दे रहे निगम के अधिकारी सफाई

. बरसाती नाला की मिट्टी धंसी है। जन स्वास्थ्य विभाग ने नाले निर्माण के दौरान मिट्टी नहीं डाली। जिस कारण ऐसा हुआ है। इसके लिए जन स्वास्थ्य विभाग दोषी है।

. ठेकेदार जहां जहां मिट्टी धंसी है। वहीं पर सड़क पुन: बनाएगा। ठेकेदार और निगम अधिकारियों का कोई दोष नहीं है।

. हमारी ओर से सड़क बेहतर तरह से बनाई गई है। सड़क निर्माण में कोई कमी नहीं है।

यह है जमीनी हकीकत

. नाले के निर्माण के दौरान ठेकेदार को वर्क अलॉट हो चुका था।

. ठेकेदार के सामने ही काम पूरा हुआ था। ऐसे में ठेकेदार ने पहले जन स्वास्थ्य विभाग की गलतियों को क्यों उजागर नहीं किया।

. ठेकेदार ने सड़क निर्माण के दौरान पानी डालकर रोलर नहीं चलाया। 20 टैंकर पानी डाला जाता तो हकीकत पहले ही सामने आ जाती।

. ठेकेदार को चार बार अधिकारियों ने निरीक्षण कर बेहतर काम करने के आदेश दिए। लेकिन ठेकेदार ने एक नहीं सुनी।

. 12 क्वार्टर रोड के निर्माण के दौरान कई शिकायतें अधिकारियों को मिली थी। उसके बाद भी ठेकेदार नहीं सुधरा।

आज तक एक बार भी नहीं लगा ठेकेदार को जुर्माना

नगर निगम में बड़ी विडंबना की बात है कि आज तक सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदारों पर जुर्माना नहीं लगाया गया है। ठेकेदार को भले ही नोटिस पर नोटिस देने की प्रक्रिया चली हो। लेकिन किसी ठेकेदार पर नियमानुसार जुर्माना नहीं लगाया गया है। सड़क के अलावा एक बार 54 हजार रुपये का जुर्माना ठेकेदार को लगाया गया था। उसके अलावा नगर निगम के अधिकारियों ने आजतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।

... सड़क का दोबारा से निर्माण करवाया जाएगा। पहली बारिश में यह हालात प्री मानसून और मानसून में क्या होगा। इसलिए सड़क को दोबारा बनाना जरूरी है। कोई कोताही अधिकारियों को नहीं बरतने दी जाएगी।

गौतम सरदाना, मेयर

..जहां जहां सड़क धंसी है। वहां पर पुन: सड़क बनाई जा रही है। जन स्वास्थ्य विभाग ने नाला बनाया था। उन्हें भी मिट्टी धंसने को लेकर नोटिस भेजा जाएगा।

संदीप कुमार, एक्सईएन

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.