कड़ाके की ठंड ने रोकी ट्रेनों की रफ्तार, लंबे रूट की 10 ट्रेनें देरी से आ रहीं हिसार
सर्द मौसम में बढ़ती ठंड के कारण के कारण प्रशासन कार्य व्यवस्था भी ठंडी पड़ी हुई है। जिले की यातायात व्यवस्था भी इससे बची न रह सकी। 24 घंटों में 56 के लगभग ट्रेनें आती हैं।
हिसार, जेएनएन। एक तरफ जहां सर्दी के मौसम ने पूरे उत्तर भारत को ठिठुराया हुआ है वहीं दूसरी तरफ आम जन-जीवन भी इससे खासा प्रभावित हुआ है। सर्द मौसम में बढ़ती ठंड के कारण के कारण प्रशासन कार्य व्यवस्था भी ठंडी पड़ी हुई है। जिले की यातायात व्यवस्था भी इससे बची न रह सकी। रेलवे स्टेशन की बात करें तो यहां पूरे 24 घंटों में 56 के लगभग ट्रेनें आती हैं। बढ़ती ठंड और धुंध के कारण रेलगाडिय़ों का स्टेशन देरी से पहुंचना आम बात रही है। हालांकि रेलवे प्रशासन की तरफ से कोहरे के चलते ट्रेनें लेट होनी की समस्या को लेकर कई प्रयास किए हैं जिसमें फॉग सेफ्टी डिवाइस व जीपीएस का प्रयोग सबसे उच्चतम तकनीक है। परंतु फिर भी लंबी दूरियों की ट्रेनें देरी से आ रही हैं।
ठंड के चलते कुछ ट्रेनें की जाती हैं रद तो कुछ का बदला जाता है रूट
सर्दी के मौसम में रेल व्यवस्था जहां प्रभावित हो रही है वहीं दूसरी तरफ विभाग ने ठंड से रेल व्यवस्था प्रभावित न हो उसके लिए कुछ ट्रेनें बंदी की हैं तो कुछ ट्रेनों का रूट परिवर्तित किया गया। स्टेशन अधीक्षक केएल चौधरी ने बताया कि ऐसा इसलिए किया जाता है कि ताकि कोहरे के कारण जो ट्रेनें लेट चल रही हो वो आगे इन ट्रेनों की वजह से और लेट न हों।
लंबी ट्रेनों को होती है ज्यादा समस्या
हाल-फिलहाल ठंड के कारण जिले के जंक्शन पर आने वाली सभी ट्रेनें धुंध के कारण प्रभावित रहती हैं। इन ट्रेनों में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाली लंबे रुट की होती हैं। स्टेशन से लंबे रूट पर चलने वाली ट्रेनें ये हैं।
1. गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रैस
2. अमृतसर-अजमेर एक्सप्रैस
3. हिसार-कोयंबटूर एक्सप्रैस
4. हरिद्वार-बीकानेर एक्सप्रैस
5. कटरा-अहमदाबाद एक्सप्रैस
6. बांद्रा-जम्मूतवी एक्सप्रैस
7. अहमदाबाद-कटरा एक्सप्रैस
8. तिलकब्रिज एक्सप्रैस
9. जोधपुर-हिसार पैसेंजर
10. जयपुर-हिसार पैसेंजर
सफर करने वालों की संख्या नहीं हुई कम
पूरे प्रदेश में ठंडा रहने के बावजूद भी रेल द्वारा सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। गर्मी के मौसम में जहां रोजाना तीन से चार हजार यात्री स्टेशन से सफर करते हैं वहीं सर्दी के मौसम में भी रेल में यात्रा करने वालों की संख्या में कोई गिरावट नहीं आई है। हालांकि प्रतिदिन यात्रा करने वाले कुछ यात्रियों ने अपने कार्यालय समय पर पहुंचने के चलते दूसरे विकल्प अपना लिए हैं फिर भी यात्रियों के द्वारा होने वाली कमाई में गिरावट दर्ज नहीं हुई है।
रोडवेज परिवहन भी ठंड से है प्रभावित
बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण जिले की रोडवेज व्यवस्था भी प्रभावित है। खासकर रात की बसें जो लंबे रुटों जैसे दिल्ली, चंडीगढ़ रुटों पर चलती है उन पर कोहरे का खासा असर पड़ता है। लंबे रुटों की बसें अपने निर्धारित समय से कुछ समय देरी से अपने गंतव्य तक पहुंच रही है। हिसार डिपो के नवनियुक्त टीएम सुभाष किरमारा ने बताया कि फिलहाल धुंध के कारण किसी बस को बंद नहीं किया गया है। अगर भविष्य में धुंध ज्यादा बढ़ती है तो इस पर विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि रात के समय लंबे रूटों पर चलने वाली बसों को बंद करने के आसार हैं।
मौसम में जारी है लगातार गिरावट, और भी बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान लिस्ट और पिछले कुछ दिनों में गिरते पारे को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि ठंड और धुंध दोनों के बढऩे के आसार है। पिछले कुछ दिनों में हिसार का तापमान औसतन 6 डिग्री से भी कम रहा है।