खिलाड़ियों की परफॉर्मेस तय करेगी कोच की प्रमोशन
पवन सिरोवा हिसार खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के अंतर्गत खेल प्रशिक्षण देने वाले कोच को यदि
पवन सिरोवा, हिसार : खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के अंतर्गत खेल प्रशिक्षण देने वाले कोच को यदि पदोन्नति चाहिए तो अब अपने खिलाड़ियों को खेल में दक्ष बनाना होगा। खिलाड़ियों की खेल उपलब्धियों के आधार पर ही अब सरकार खेल कोच की पदोन्नति करेगी। इसके लिए कनिष्ठ खेल प्रशिक्षकों व प्रशिक्षकों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में कोच के अंतर्गत खेल अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों की उपलब्धियां दर्ज होंगी। खेल निदेशालय ने एसीआर के प्रपत्र में संशोधन किया है। नए आदेश के तहत अब एसीआर लिखने का कार्य शुरूहो, इसके लिए खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की ओर से जिला खेल एवं कार्यक्रम अधिकारियों को नए प्रोफार्मा भेजकर एसीआर के संबंध में दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। नए प्रोफार्मा के तहत कार्य शुरू हो गया है।
खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के प्रधान सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि विभाग में कार्यरत कनिष्ठ प्रशिक्षकों व प्रशिक्षकों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट के प्रपत्र में संशोधन करने का मामला सरकार में विचाराधीन था। कोच की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट लिखने का वर्तमान में प्रयोग किया जा रहा प्रपत्र बहुत लंबा एवं जटिल है। जो कई पेजों का था। अब वह केवल दो पेज का है। जिला खेल अधिकारी द्वारा इसे पूर्ण करने में परेशानियां आ रही थीं। साथ ही इससे एसीआर लिखने का वास्तविक उद्देश्य भी सही से पूरा नहीं हो रहा। मामले में गहन विचारोपरांत प्रशिक्षकों के कार्य की प्रवृत्ति को ध्यान में रखते हुए कनिष्ठ प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षकों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट लिखने के लिए प्रपत्र को सरकार द्वारा संशोधित किया गया। यह प्रपत्र वर्ष 2019-20 से यानि 1 अप्रैल 2019 से प्रभावी होगा।
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खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर डीएसओ लिखेंगे एसीआर, दो भाग में होगा प्रपत्र
एसीआर के नए प्रपत्र को दो भागों में बांटा गया है, जिसमें भाग-एक में कनिष्ठ प्रशिक्षक और प्रशिक्षक द्वारा स्वयं भरा जाएगा। कोच यह सुनिश्चित करेगा कि उसकी ओर से दी गई सूचना रिकार्ड पर आधारित है और सत्य है। वहीं भाग-दो में संबंधित जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी की ओर से अपनी रिपोर्ट लिखी जाएगी। रिपोर्ट भाग एक की सूचना को ध्यान में करके लिखी जाएगी। डीएसओ की रिपोर्ट का मुख्य आधार प्रशिक्षक के सेंटर में खेल सीखने वाले प्रशिक्षुकों की संख्या, सेंटर में उपस्थित रहे दिनों की संख्या, उसके अंतर्गत खेल सीखने वाले खेल प्रशिक्षुओं का विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन होगा।
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एसीआर के दो पृष्ठ में दी जाएगी जानकारी
भाग एक के पृष्ठ पर चार बिदुओं में कोच देंगे अपनी जानकारी
कोच का नाम व उससे संबंधित जानकारी। कोच के अंतर्गत कोचिग लेने वाले खिलाड़ियों का प्रदर्शन। यानि उनके पदक की स्थिति क्या है। कोच द्वारा प्रशिक्षण में लगाए गए समय का विवरण यानि कितने दिन कोचिग दी और कितने दिन कोच छुट्टी पर रहा। वर्ष के दौरान किए गए असाधारण कार्य का संक्षिप्त विवरण, यदि कोई हो।
भाग-दो के पृष्ठ पर अथॉरिटी 16 बिदुओं पर भरेंगे कोच का एसीआर
इसमें कोच के आचरण व चरित्र से लेकर उसके खेल ज्ञान का विवरण होगा। कोच के स्वास्थ्य व फिटनेस की स्थिति। नियमितता व समय की पाबंदी। अनुशासन, डयूटी के प्रति समर्पण व मेहनत। निष्ठा, जिम्मेदारी तथा निर्भरता। सीखने की इच्छा। कार्य में पहल करने का गुण। खेल नियमों का ज्ञान। सुपरविजन एवं प्रबंधन की योग्यता। ईमानदारी एवं सामान्य प्रतिष्ठा। छुट्टियों में मुख्यालय पर रहता है या नहीं।
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सरकार का यह सराहनीय फैसला है। कोच खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण दे रहे हैं। निदेशालय के आदेश से खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा। जो कुछ कोच अपने खिलाड़ियों पर पूर्व में अधिक ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे थे, वे भी अब पदोन्नति के लिए खिलाड़ियों को खेल की बारीकियां सीखाकर उन्हें दक्ष बनाने के लिए और अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे और उन्हें मेहनत करवाएंगे।
- सतविदर गिल, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी हिसार।