151 कन्याओं का सामूहिक विवाह कार्यक्रम में आशीर्वाद देने पहुंचे सीएम मनोहर लाल
सीएम मनोहर लाल ने वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु द्वारा आयोजित गांव खांडा खेड़ी में सामूहिक विवाह समारोह में नव दंपतियों के उज्जवल भविष्य की कामना की और सरकार की नीतियों को सराहा
नारनौंद/हिसार, जेएनएन। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मानव जन्म लेकर भी यदि मन में समाज के जरूरतमंद व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता और परमार्थ की भावना न हो तो ऐसे मानव जीवन को संपूर्ण नहीं कहा जा सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज गांव खांडा खेड़ी में वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु द्वारा आयोजित 151 बेटियों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम के पहले दिन बतौर मुख्यातिथि उपस्थितजन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विवाह बंधन में बंधे 60 नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखद भविष्य की कामना की और इस आयोजन के लिए वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु व परममित्र मानव निर्माण संस्थान के प्रयासों की दिल खोलकर सराहना की।
मुख्यमंत्री ने गांव खांडा खेड़ी में संस्थागत कार्यों के लिए अपने स्वैच्छिक कोष से 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि पहुंचे महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने अनुदान स्वरूप 21-21 लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने विभागीय योजनाओं के तहत प्रत्येक नव विवाहित जोड़े को 1 लाख 1 हजार रुपये की आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किए।
उन्होंने नव दंपतियों को कन्या भ्रूण हत्या न करने, स्वच्छता को अपनाने तथा समाज सेवा के कार्यों में सहयोग की शपथ भी दिलवाई। सामूहिक विवाह समारोह में नव दंपतियों को अल्मारी, गैस सिलेंडर व चूल्हा, कुर्सी, मेज, चादर, तकिया, कंबल, सिलाई मशीन, आभूषण, कूलर, चटाई, कपड़े व अन्य घरेलू सामान दिया गया। बारातियों व अन्य उपस्थितगण के लिए देसी घी के पकवान व भोजन की व्यवस्था की गई थी।
मुर्राह अनुसंधान एवं कौशल विकास केंद्र का शिलान्यास किया
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 880 लाख रुपये की लागत से गांव भकलाना में बने आईटीआई भवन, 780 लाख रुपये की लागत से गांव राखी शाहपुर में बने आईटीआई भवन तथा माजरा प्याउ में 450 लाख रुपये से आईटीआई के नए खंड का उद्घाटन किया। उन्होंने सिसाय बोलान में 831 लाख रुपये से 8 एकड़ में बनने वाली आईटीआई तथा गांव खांडा खेड़ी में 34 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मुर्राह अनुसंधान एवं कौशल विकास केंद्र का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर शुरू किए गए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में प्रदेश के हर वर्ग के सहयोग के चलते आज प्रति हजार बेटों पर बेटियों की जन्म दर 850 से बढ़कर 921 हो गई है। वर्तमान सरकार बनने के समय प्रदेश में 1 महिला थाना था लेकिन सरकार ने प्रत्येक जिला व उपमंडलों में 29 महिला थाने खोले हैं जहां महिलाओं की सहायता के लिए सभी महिला कर्मी तैनात हैं।
बेटियों को छेड़खानी की घटनाओं से बचाने के लिए दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स का गठन करते हुए दुर्गा एप बनाया है। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को चूल्हे के धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए घर-घर तक गैस सिलेंडर पहुंचाए गए हैं। 26 जनवरी तक हर घर तक गैस सिलेंडर पहुंचाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 3000 गांवों के पिछले बिजली बकाया को खत्म करके 24 घंटे बिजली देनी शुरू की है। धीरे-धीरे प्रदेश के प्रत्येक गांव को 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाने का संकल्प पूरा किया जाएगा।
वित्तमंत्री अभिमन्यु ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार समाज के सुधार और इसे सही दिशा देने में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है। उन्होंने बताया कि वैदिक संस्कृति और आर्य समाज के प्रभाव वाले इस इलाके में बच्चों की पढ़ाई के लिए एक भी कॉलेज नहीं था लेकिन वर्तमान सरकार ने यहां चार कॉलेज, चार आईटीआई, अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण करवाया गया है। इतना ही नहीं सरकार ने सड़कों, नहरों को नया जीवन दिया है।
महिला एंव बाल विकास मंत्री कविता जैन ने कन्यादान को महादान बताया। उन्होंने कहा कि आज इतनी अधिक संख्या में जरूरतमंद परिवारों की बेटियों का कन्यादान करके वित्तमंत्री ने एक नया उदाहरण समाज के समक्ष प्रस्तुत किया है। बेटी के जन्म के साथ ही उसके मां-बाप के मन में यह सोच भी पैदा हो जाती है कि बेटी का विवाह भी करना है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि परमात्मा ताकत व सामर्थ्य तो बहुत लोगों को देता है लेकिन इनका इस्तेमाल समाज हित में करने का जज्बा सबमें नहीं होता।
इस अवसर पर वित्तमंत्री की माता परमेश्वरी देवी, पूर्व मंत्री अत्तर सिंह सैनी, अजय सिंधू, उपायुक्त अशोक कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक विरेंद्र विज, एचपीएससी सदस्य डॉ. कुलबीर छिकारा, रजिस्ट्रार राजबीर मोर, पंडित महाबीर शर्मा, राजेंद्र लांबा, सुरेश एमसी, प्रो. मनदीप मलिक, डॉ. राजबीर पांडे, अश्विनी खांडा, प्रेम वर्मा, सतपाल मल्हान, सत्यपाल श्योराण, नरेश वर्मा व सिंधू परिवार के सदस्यगण तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद थे।