रोहतक में दो साल पहले 44 लाख की चोरी, अब जांच के लिए सीएम ने दिए आदेश
रोहतक में दो साल पहले 44 लाख की चोरी का मामला सीएम तक पहुंचा। सीएम ने जांच मे लिए एसआइटी गठित करने के आदेश दिए।
रोहतक, जेएनएन। करीब 44 लाख की चोरी के मामले में दो साल पांच माह बाद सीएम के आदेश पर एसआइटी का गठन किया गया। डीएसपी सांपला को एसआइटी इंचार्ज बनाया गया है। एसआइटी ने पूरे प्रकरण को लेकर जांच शुरू कर दी है।
यह था मामला
आदर्श नगर में रहने वाले मदनलाल शर्मा ने 19 मार्च 2018 को पीजीआइ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया कि वह सुबह ऑफिस चले गए, जबकि उनकी पत्नी संतोष पीजीआइ में किसी रिश्तेदार से मिलने के लिए चली गई थी। दोपहर करीब पौने 12 बजे पड़ोसन अवतार कौर का फोन आया कि आपके घर में चोरी हो गई है। चोर मकान से ढाई लाख कैश और सोने-चांदी के जेवरात ले गए थे। इसके अलावा एक दिन पहले ही पड़ोसी सरदार राम सिंह ने उनके घर एक बैग रखकर किसी काम के लिए बाहर गए थे। उस बैग में भी 40 लाख रुपये थे। दिनदहाड़े इतनी बड़ी चोरी का पता चलते ही पुलिस में भी हड़कंप मच गया था। यहां तक कि तत्कालीन सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर और एसपी भी मौके पर पहुंचे थे। लेकिन अब तक भी चोरों का पता नहीं चला।
सीएम तक पहुंची थी शिकायत
करीब एक सप्ताह पहले सीएम मनोहर लाल रोहतक पहुंचे थे। उस समय उन्होंने पीडि़त पक्ष ने उनके सामने अपनी व्यथा बताई। सीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले में एसआइटी गठित करने के आदेश दिए। अब एसआइटी के इंचार्ज डीएसपी सांपला नरेंद्र कादियान को बनाया गया है। इसके अलावा सीआइए-2 प्रभारी नरेश कुमार और साइबर सेल से प्रवीण कुमार को एसआइटी में शामिल किया गया है।
चोरी के मामले में एसआइटी का गठन किया गया है। जिसकी जिम्मेदारी मुझे दी गई है। एसआइटी ने जांच शुरू कर दी है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्दी ही इसका पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
- नरेंद्र कादियान, डीएसपी सांपला
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