सीएम मनोहर लाल ने अरविंद शर्मा घेरा, कहा- वो सरकार में होते तो पता चलता काम कैसे होते हैं
गांव पहरावर में जमीन ब्राह्मण गौड़ संस्था के नाम करने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। हिसार में आयोजित भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भी अरविंद शर्मा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बीच खटास देखने को मिली। सीएम ने अरविंद शर्मा पर तंज कर दिया
जागरण संवाददाता, हिसार : रोहतक के गांव पहरावर में जमीन गौड़ संस्था के नाम करने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भी अरविंद शर्मा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बीच खटास देखने को मिली। नाराजगी खुलकर तब जाहिर हुई अरविंद शर्मा ने मुख्यमंत्री के साथ चाय ना पीकर अलग गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय (जीजेयू) के गेस्ट हाउस में जाकर चाय पी। सांसद अरविंद शर्मा ने यहां प्रेसवार्ता भी की। अरविंद शर्मा ने पहरावर में जमीन गौड़ संस्था के नाम होने में देरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो काम दो घंटे में हो सकता था उसे इतने लंबे समय तक लटकाया जा रहा है।
चूंकि बैठक में सांसद मुख्यमंत्री के ठीक सामने वाली कुर्सी पर बैठे थे। जब वह तीसरे सत्र में नजर नहीं आए तो मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में सांसद का बिना नाम लिए कहा कि कुछ लोग इश्यू कुछ होता नहीं मगर उसे बड़ा बना देते हैं। इसमें विपक्ष भी उनके साथ मिल जाता है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद पत्रकारों द्वारा अरविंद शर्मा की कही बात पर जवाब मांगा तो उन्होंने कहा कि अरविंद शर्मा सरकार में होते तो उन्हें पता चलता काम कितनी देर में होता है। वह सरकार में तो है नहीं।
अरविंद शर्मा बोले-प्रदेश को फिर से ब्राह्मण नेतृत्व की जरूरत
वहीं कार्यकारिणी की बैठक बीच में छोड़कर अरविंद शर्मा में यूनवर्सिटी के ही गेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता की। इसमें अरविंद शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है जब प्रदेश का नेतृत्व बदलने की जरूरत है। मेरी इच्छा है प्रदेश का नेतृत्व ब्राह्मण करे। पार्टी में किसी ब्राह्मण चेहरे के बारे में पूछने पर सांसद ने बिना मुख्यमंत्री का नाम लिए कहा कि राजनीति में चेहरा कोई मायने नहीं रखता। चेहरा कोई भी हो सकता है। सांसद ने कहा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा रहे हैं, हिसार के गोपीचंद भार्गव भी मुख्यमंत्री रहे हैं।
जो काम दो घंटे में हो सकता था उसे लटकाया जा रहा
सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि रोहतक में जिस जमीन को देने की ब्राह्मण मांग कर रहे थे उसी जमीन को लीज पर देने के मामले को लटकाया जा रहा था जो कि गलत है। जो काम दो घंटे में हो सकता है उसे लटकाया जा रहा था तो सवाल तो खड़े होंगे ही। आखिर मुख्यमंत्री की मंशा क्या है। सांसद ने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री या मनीष ग्रोवर के साथ कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ से बात की थी। सारी बातें उनके सामने रख दी हैं। दूसरी पार्टियों से आफर के सवाल पर सांसद ने कहा कि वह भाजपा के सच्चे सिपाही हैं। दूसरे पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं उठता। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ऊंचाइयों को छू रहा है।
अरविंद शर्मा पर बोले धनखड़, आगाह किया गया है
वहीं इससे पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अरविंद शर्मा को कोई बात कहनी है तो पार्टी के अंदर रखनी चाहिए इस तरह पब्लिकली बात रखना गलत है इस बारे में उनको आगाह किया गया है। मुख्यमंत्री सबका होता है। मुख्यमंत्री की आस्था सबके लिए होती है। वह सबको साथ लेकर चल रहे हैं।