छात्राएं स्कूल जा सकें इसके लिए सरकार देगी प्राइवेट वाहनों का किराया : सीएम मनोहरलाल
सरकार ने फैसला लिया है कि ग्रामीण अंचल की छात्राएं इक्ट्ठी होकर कोई भी एक प्राइवेट वाहन से कॉलेज में पहुंच सकती हैं। जिसका किराया सरकार की तरफ से वहन किया जाएगा।
सुनील मान, नारनौंद। करीब चार वर्ष पहले प्रदेश में लड़कियों की दशा काफी दयनीय थी। लेकिन भाजपा सरकार ने लड़कियों की सुरक्षा और उनका लिंगानुपात बढ़ाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करके आज लड़कियों को आगे की पंक्ति में लाने का काम किया है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम को ओर आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गांव खांडा खेड़ी में छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना लागू करने की घोषणा भी कर दी है। जैसे ही मुख्यमंत्री ने मंच से ये घोषणा की तो पंडाल में मौजूद लड़कियों ने खड़े होकर तालियां बजाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों को शिक्षित करने के लिए भाजपा ने चार साल के शासन के दौरान युद्ध स्तर पर शिक्षण संस्थान खोलकर उनको शिक्षित करने का काम किया जा रहा है। लेकिन लड़कियों को अपने शिक्षण संस्थान तक जाने में आज भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनकी इस समस्या का समाधान करते हुए सरकार ने फैसला लिया है कि ग्रामीण अंचल की छात्राएं इक्ट्ठी होकर कोई भी एक प्राइवेट वाहन से कॉलेज में पहुंच सकती हैं। जिसका किराया सरकार की तरफ से वहन किया जाएगा। इसके लिए सारी योजना तैयार कर ली गई है।
लड़कियों को सुरक्षा देने में भी सरकार ने प्रदेश में अब तक 29 महिला पुलिस थाने खोल दिए हैं। जिनमें पूरा स्टाफ महिलाओं का है। वहीं दुर्गा शक्ति फोर्स का भी गठन किया गया है और लड़कियां अपने मोबाइल में दुर्गा एप लोड करें और किसी भी समस्या के आने पर वो इसका उपयोग करेंगी तो उनके पास तुरंत ही सुरक्षा पहुंच जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार साल पहले हरियाणा के पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना शुरू की थी। इस योजना पर काम करते हुए आज प्रदेश में लिंगानुपात में बढ़ौतरी हुई है। आज लड़कियों की संख्या एक हजार के मुकाबले 922 हो चुकी है। प्रधानमंत्री ने जिस मकसद से इस मुहिम की शुरूआत की थी। हमने उसको आगे बढ़ाने का काम कर दिया है। आज प्रदेश की बेटियों खेलों में गोल्ड मैडल जीतकर देश का नाम रोशन कर रही हैं।