अजब- गजब : यहां गेट पर कचरा डाल 10 करोड़ का हाउस टैक्स वसूलेंगे नगर परिषद के कर्मचारी
शहर के 50 बड़े ऐसे संस्थानों पर कार्रवाई का फैसला किया है। डिफाल्टरों की ओर से टैक्स का भुगतान नहीं करने के कारण नप के पास सफाई कर्मचारियों को वेतन तक देने के लिए पैसे नहीं हैं।
भिवानी, जेएनएन। नगर परिषद का एक काम वैसे तो शहर में साफ सफाई करवाना होता है। मगर भिवानी में नगर परिषद लोगों के घरों के सामने कूड़ा डालेगी। आप सोच रहे होंगे ऐसा क्यों तो बता दें कि ऐसा हाउस टैक्स नहीं भरने वाले परिवारों के साथ किया जाना है। ऐसे में हंगामा होना स्वभाविक है।
नगर परिषद ने 10 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया हाउस टैक्स वाले शहर के 50 बड़े ऐसे संस्थानों पर कार्रवाई का फैसला किया है। डिफाल्टरों की ओर से टैक्स का भुगतान नहीं करने के कारण नप के पास सफाई कर्मचारियों को वेतन तक देने के लिए पैसे नहीं है। ऐसे में नप कर्मचारियों ने कहा कि अगले दो दिन में इन संस्थानों के गेट पर कचरा डाला जाएगा। साथ ही इस संस्थानों के बाहर कर्मचारी धरना भी देंगे।
नगर परिषद में करीब 172 पक्के कर्मचारी व 150 कच्चे कर्मचारी है। क्लर्क स्टाफ व फायर ब्रिगेड कर्मचारी मिलाकर कुल 400 कर्मचारी काम कर रहे है। इन कर्मचारियों के वेतन के लिए हर माह करीब 40 लाख रुपये चाहिए लेकिन नप के पास आय के स्त्रोत कम होने के कारण तीन माह से वेतन नहीं दिया जा सका है। वहीं नप सीमा में करीब 50 संस्थान ऐसे हैं जिनकी तरफ हाउस टैक्स के करीब 10 करोड़ रुपये फंसे हुए है। इन संस्थानों को नोटिस भेजकर नप डिफाल्टर तक घोषित कर चुकी हैं, लेकिन इसके बाद भी ये संस्थान टैक्स देने को तैयार नहीं हैं।
पिछले कई दिनों से वेतन के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की हालत को देखते हुए नगर परिषद चेयरमैन रणसिंह यादव ने कर्मचारी नेता, नप सचिव व नप के वाइस चेयरमैन मामन चंद की मौजूदगी में बैठक की। बैठक में नप चेयरमैन ने हाउस टैक्स जमा न करवाने वाले संस्थानों द्वारा दो दिन के अंदर हाउस टैक्स अदा न करने पर उन संस्थानों के गेट के बाहर ट्रैक्टर ट्राली की मदद से कचरा डालने का फैसला लिया।
---नप का हाउस टैक्स अदा करने में अनेक संस्थान मनमानी कर रहे है। नोटिस भेजे जाने के बाद भी जवाब तक नहीं दिया जा रहा है। नप के पास वेतन देने तक के लिए नहीं है। ऐसे में अब मंगलवार को फैसला लिया गया है कि इन संस्थानों पर कानूनी कार्रवाई के साथ ही संस्थानों के बाहर ट्रैक्टर ट्राली में कचरा भरकर ले जाया जाएगा और वहां डालेंगे। दो दिन का समय इन संस्थानों को दिया जा रहा है। इसके बाद नप अपनी कार्रवाई शुरू करेगी।
- रणसिंह यादव, चेयरमैन नप भिवानी।
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