कचरे से पटे हरियाणा के शहर, हिंसक हुए हड़ताल कर रहे कर्मचारी
हरियाणा में हड़ताल कर रहे स्थानीय निकाय कर्मचारी हिंसा पर उतर अाए हैं और सफाई के लिए अन्य व्यवस्थाओं का विरोध कर रहे हैं। राज्य में ह़ड़ताल के कारण शहर गंदगी से पट गए हैं।
जेएनएन, पंचकूला। पिछले कई दिनों से स्थानीय निकाय कर्मचारियों की हड़ताल के कारण हरियाणा के शहर कचरे और गंदीग से अटे पड़े हैं। हड़ताली कर्मचारी सफाई की दूसरी व्यवस्था करने पर हिंसक हो रहे हैं। वे उन मजदूरों पर हमला कर रहे हैं, जिन्हें सरकार वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सफाई पर लगा रही है। कर्मचारी मौके पर पहुंचकर कचरा उठा रहे मजदूरों से भिड़ रहे हैं। उनकी पिटाई कर देते हैं। सरकारी कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों तक से भी वे मारपीट पर आमादा हो जाते हैं।
रविवार को कैथल, हिसार, और फरीदाबाद सहित कई शहरों में हड़ताली कर्मचारियों और सफाई अभियान में जुटे मजदूरों व पुलिसकर्मियों के बीच झड़पें हुईं। शनिवार को भी सिरसा में मुख्य सफाई निरीक्षक से हड़ताली कर्मचारियों हाथापाई की थी। सोमवार सुबह में भी कुछ जगहों से ऐसी घटनाआें की सूचना मिली।
बता दें कि लगभग एक पखवारे से प्रदेश के स्थानीय निकायकर्मी हड़ताल पर हैं। इस कारण शहरों में कचरे के ढेर लग गए हैं। हालांकि प्रशासन ने कचरा उठाने के लिए अभियान चला रखा है, लेकिन प्रदर्शनकारी कचरा उठा रहे मजदूरों से मारपीट कर उनको भगा रहे हैं।
राजनीति बंद करे विपक्ष, कर्मियों से काम पर लौटने की अपील
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि विपक्ष इस मामले को लेकर केवल राजनीति कर रहा है। जनता इसे बखूबी समझ रही है। अब विपक्ष को इस पर राजनीति छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने सफाई कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील भी की।
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कैथल
नगरपालिका कर्मचारियों ने सफाई में जुटे पांच मजदूरों को पीट कर घायल कर दिया और जेसीबी व कचरा उठाने वाले अन्य वाहनों की हवा निकाल दी। इसके बाद पहुंचे पुलिसबल ने आठ महिलाओं सहित 48 कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। आंदोलनरत कर्मचारियों पर मारपीट करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
फरीदाबाद
आउटसोर्स पर सफाई का काम करने वाली ईकोग्रीन कंपनी के सेक्टर-16 स्थित कार्यालय पर रविवार को लाठी-डंडों से लैस आंदोलनकारियोंं ने हमला कर दिया। इस दौरान वहां हाजिरी लगाने के लिए मौजूद एजेंसी के सफाईकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। सेंट्रल थाना पुलिस ने पांच नामजद गुरुचरण, नानक, रविंद्र, महेश और शक्ति सहित 10-15 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बता दें कि नगर निगम आयुक्त मोहम्मद शाइन ने ईकोग्रीन कंपनी के माध्यम से आउटसोर्स पर सफाईकर्मी भर्ती कर शहर में सफाई का काम शुरू किया है।
हिसार
प्रशासनिक, निगम अधिकारियों और पुलिस बल के साथ सफाई कर्मचारियों की टीम सफाई करने के सड़कों पर उतरी। टीम जब चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार के सामने टीम ग्रीन बेल्ट से टीम कचरा उठाने लगी तो हड़ताली कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया। इसी प्रकार हांसी में भी विरोध किया गया। हड़ताली कर्मचारी विरोध करते हुए जेसीबी मशीन पर भी चढ़ गए। बरवाला में हड़ताली महिला सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका के सेनेटरी इंस्पेक्टर अमीचंद सैनी पर काला तेल डाल दिया। वह पुरानी सब्जीमंडी में ठेकेदार के कर्मियों के साथ सफाई करवा रहे थे।
यमुनानगर
यहां फायर ब्रिगेड कर्मचारियों को कचरे से भरी ट्रालियां आंदोलनकारियों ने शहर से बाहर नहीं ले जाने दीं। मजबूरन उन्हें कचरा शहर में ही गिराना पड़ा।
झज्जर
नगर पालिका के सफाई कर्मचारी कृषि मंत्री के निवास का घेराव करने के लिए रोहतक रोड पर पहुंचे। लेकिन पुलिस ने उनको आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इस पर दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का -मुक्की भी हुई। इसके बाद कर्मचारी वहीं धरने पर बैठ गए और करीब डेढ़ घंटे तक सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंत्री से मिलवाने के आश्वासन के बाद कर्मचारी माने।
बहादुरगढ़
बहादुरगढ़ में रविवार को पुराने कोर्ट रोड के कलेक्शन प्वाइंट से कूड़ा उठाने को लेकर सफाई कर्मचारियों व ठेकेदार के कर्मियों के बीच विवाद हो गया। बात हाथापाई तक जा पहुंची। नप के कार्यकारी अधिकारी अपूर्व चौधरी व एसआइ सतपाल सैनी मौके ने मामले को शांत कराया।
करनाल
करनाल में सीएम मनोहर लाल का आगमन देख निगम अधिकारी अलर्ट हो गए। सामाजिक संस्थाओं ने भी झाड़ू लगाई। रविवार को 100 टन से अधिक कचरे का उठान हुआ। चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर महावीर सोढ़ी ने बताया कि शहर में कुल 1382 सफाई कर्मचारी हैं। इनमें से 659 हड़ताल पर हैं।