टीवी चैनल कलर्स पर उडारियां-2 में विलेन के रोल भूमिका निभा रहे कोरियोग्राफर अमन, पढ़ें संघर्ष की कहानी
अमन धालीवाल एक्टर बनने का सपना लेकर वर्ष 2016 में महानगरी मुंबई में पहुंच गया। अनुभव अच्छा नहीं रहा रोटी के लाले पड़े तो वापस लौट आया। वर्ष 2019 में चंडीगढ़ पहुंचा। मकानों के रंग-रोगन करने लगा। रोजाना 300 रुपये मिलते थे।
डबवाली, डीडी गोयल। टीवी चैनल कलर्स पर धारावाहिक उडारियां-2 शुरू हुआ है। जिसमें विलेन के रोल में भूमिका निभा रहे हैं युवा कोरियोग्राफर अमन धालीवाल। यह युवक मूल रूप से डबवाली से सटे गांव नरसिंह कालोनी (बठिंडा) का रहने वाला है। छह वेब सीरिज, पालीवुड फिल्म मेंटल में मुख्य भूमिका निभा चुके इस युवक को यहां तक पहुंचने के लिए खूब मेहनत करनी पड़ी। अपनी एक्टिंग, राइटिंग के दम पर मुकाम पा लिया।
छह वेब सीरिज, पालीवुड फिल्में कर चुका है अमन, रंगाई-पुताई के बीच आडिशन देने जाता था अमन
अमन डबवाली के नव प्रगति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़े हैं। 12 साल के थे तो स्कूल निदेशक वेदप्रकाश भारती ने मंच प्रदान किया। उसे पालिश करके एक्टर बनाया। 12वीं के बाद वे मंडी किलियांवाली (श्री मुक्तसर साहिब) स्थित गुरुनानक कालेज में पढ़े। वर्ष 2018 में थियेटर डिप्लोमा किया था। हालांकि वर्ष 2020, 2021 का ऐसा दौर भी आया, जब कोरोना के कारण हालात खराब हो गए। सबसे ज्यादा प्रभाव नवोदित कलाकारों पर पड़ा तो यह शख्स भी टूट गया था। लेकिन ब्यूटीफुल सिटी चंडीगढ़ ने इस युवा की काबिलियत को नजदीक से देखा, उसे तराशा और सफलता की सीढ़ी पर चढ़ाया।
मजदूरी करके पहुंचा टीवी स्क्रीन तक
वर्ष 2016 की बात है अमन धालीवाल एक्टर बनने का सपना लेकर पहुंच गया महानगरी मुंबई। अनुभव अच्छा नहीं रहा, रोटी के लाले पड़े तो वापस लौट आया। वर्ष 2019 में चंडीगढ़ पहुंचा। मकानों के रंग-रोगन करने लगा। रोजाना 300 रुपये मिलते थे। पेट का जुगाड़ हुआ तो यदा-कदा आडिशन देने शुरु कर दिए। बहुत बार रिजेक्ट हुआ। घर पहुंचता तो शीशे के आगे खड़ा हो जाता खुद से बातें करता। जो कमियां थी दूर हुई, तो एक रियलिटी शो में बेस्ट एक्टर का खिताब मिला। जिससे राह आसान हो गई।
कोरोना ने फिर मजदूर बना दिया
वेब सीरिज में काम मिला। एक इंटरनेशनल चैनल में डायलाग राइटिंग का काम मिला। सबकुछ बेहतर होने लगा। लेकिन कोरोना ने मेहनत को लाकडाउन कर दिया। वापिस डबवाली लौटना पड़ा। पिता ट्रक ड्राइवर थे, उनका काम छूट गया था। ऐसे में मजदूरी करनी पड़ी। पिता बीमार रहते हैं। लेकिन कुछ करने की जिद थी तो पुन: चंडीगढ़ पहुंचा। इधर लाकडाउन हटा, उधर धालीवाल को कार्यक्रम में जगह मिल गई।
एक्टर अमन धालीवाल के अनुसार
यूथ फेस्टिवल या अन्य कार्यक्रमों में बेस्ट एक्टर का खिताब जीत चुका था। चंडीगढ़ में हर आडिशन में फैलियर साबित हो रहा था। मैं टूट चुका था। खुद पर विश्वास थोड़ा ज्यादा था। इसलिए खुद से लड़ा। कमियां दूर करने लगा। अब मेरे पास काफी काम है। मुझे खुशी है कि मैं कलर्स जैसे टीवी चैनल पर प्रसारित होने वाले उडारियां नाटक में विलन के मुख्य रोल में हूं।