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फतेहाबाद में कमेटी के नाम चल रही चिटफंड कंपनियां, 12 लाख रुपये लेकर फरार हुआ व्‍यक्ति

कमेटी बनाकर 12 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में शहर के ओबीसी बैंक निवासी ओमप्रकाश के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 02:00 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 02:00 PM (IST)
फतेहाबाद में कमेटी के नाम चल रही चिटफंड कंपनियां, 12 लाख रुपये लेकर फरार हुआ व्‍यक्ति
फतेहाबाद जिले में पिछले कई सालों से कमेटी बनाने का चल रहा खेल

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : फतेहाबाद शहर में कमेटी बनाकर 12 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में शहर के ओबीसी बैंक निवासी ओमप्रकाश के खिलाफ मामला दर्ज क लिया है। वहीं बताया जा रहा है कि आरोपित अब शहर छोड़कर हिसार रहने लग गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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पुलिस को दी शिकायत में फतेहाबाद निवासी राकेश कुमार ने बताया कि वह धर्मशाला रोड पर मैसर्ज वकील साडी हाउस के नाम से दुकान करता आ रहा है। आरोप है कि राशन डिपो संचालक ओमप्रकाश पिछले 20 से 25 सालों से कमेटियां बनाने का कार्य करता आ रहा है। उसने भी दो कमेटी लगा रखी थी। ये कमेटियां 9 अगस्त 2019 को पूरी हो गई थी। ऐसे में 12 लाख रुपये लेने थे। ऐसे में उसने रुपये वापस मांगे तो एक साल का समय मांगा और डेढ़ लाख रुपये ब्याज सहित लौटाने का वादा भी किया।

लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसकी पत्नी को ब्लड कैंसर हो गया था। ऐसे में उसे इलाज के लिए अमेरिका में लेकर जाना था। लेकिन समय पर रुपये न मिलने के कारण वहीं नहीं ले जा पाया और 7 मार्च 2020 को उसकी मृत्यु हो गई। अगर समय पर रुपये मिल जाते तो उसकी पत्नी की जिंदगी बच सकती थी।

लाखों रुपये की देनदारी न देने पर फतेहाबाद शहर छोड़ा

पुलिस ने इस मामले में केवल एक शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है। लेकिन बताया जा रहा है कि कमेटी के नाम पर शहरवासियों को लाखों रुपये देने है। यहीं कारण है कि अब आरोपित फतेहाबाद छोड़कर फरार हो गया है। पुलिस को दी शिकायत में राकेश ने बताया कि अब ओमप्रकाश हिसार रह रहा है ताकि लोग उनसे रुपये न मांग सके। शिकायतकर्ता का आरोप है कि अब वह और उसका भाई जान से मारने की धमकी भी दे रहे है।

कमेटी के नाम पर चल रही चिटफंड कपंनियां

जिले में कमेटी के नाम पर चिटफंड कंपनी के नाम पर रुपये इकट्ठे करने का खेल पिछले कई सालाें से चल रहा है। ऐसे में जिस व्यक्ति के पास अधिक रुपये इकट्ठा हो जाते है और देने के लिए आनाकानी करता है तो वह फरार भी हो रहा है। इस तरह का कार्य करना अवैध है। ऐसे में पुलिस के पास अधिकतर शिकायतें भी नहीं आती। जो व्यक्ति रुपये देते है उनके पास किसी प्रकार का रिकार्ड भी नहीं होता। यहीं कारण है कि आरोपित बड़ी आसानी से फरार हो जाते है।

अब जाने किस तरह कमेटी बनाने का चल रहा खेल

पांच से 10 लोगों की एक कमेटी बनाई जाती है। इस कमेटी में एक अमीर व्यक्ति को लिया जाता है। सभी लोग उसी पर विश्वास भी करते है कि अगर रुपये चले भी जाएंगे तो वह रुपये दे देगा। उदाहरण के तौर पर दस लोग 10 हजार रुपये उस व्यक्ति को जमा करवाते है। ऐसे में एक लाख रुपये जमा हो जाते है। जिस व्यक्ति को यह रुपये चाहिए वह ले लेता है और उसे हर महीने 10 हजार रुपये जमा करवाने होंगे। हर महीने सभी सदस्य रुपये जमा करवाते रहते है। जिस व्यक्ति को चाहिए वह ले लेता है। जो व्यक्ति रुपये नहीं लेता है उसे अंत में ब्याज सहित राशि मिल जाती है। फतेहाबाद जिले में इस तरह का अंधा चल रहा है। पुलिस चाहकर भी इस तरह के धंधे को बंद नहीं करवा पा रही।


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