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बदलते मौसम में इन्फेक्शन के चपेट में आ रहे बच्चे, हिसार के अस्पतालों में बढ़ी भीड़

खांसी जुकाम के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अधिकतर संख्या बच्चों की है। बदलते मौसम में बच्चे इन्फेक्शन की चपेट में आ रहे हैं। बदलते मौसम में एसी व कुलर की सीधी हवा जंक फूड और ठंडे पेय पदार्थों के कारण बच्चे वायरल की चपेट में आ रहे हैं

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 23 Aug 2021 11:57 AM (IST)Updated: Mon, 23 Aug 2021 11:57 AM (IST)
बदलते मौसम में इन्फेक्शन के चपेट में आ रहे बच्चे, हिसार के अस्पतालों में बढ़ी भीड़
हिसार में सिविल अस्पताल में इन दिनों करीब 100 में से 15 फीसद मरीज खांसी जुकाम के आ रहे हैं

जागरण संवाददाता, हिसार: शहर के अस्पतालों में इन दिनों खांसी जुकाम के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इनमें अधिकतर संख्या बच्चों की है। बदलते मौसम में बच्चे इन्फेक्शन की चपेट में आ रहे हैं। बदलते मौसम में एसी व कुलर की सीधी हवा, जंक फूड और ठंडे पेय पदार्थों के कारण बच्चे वायरल की चपेट में आ रहे हैं। इसमें सबसे पहले बच्चों का गला खराब होता है। इसके बाद गले का इन्फेक्शन छाती में जाने से खांसी और बुखार के लक्ष्ण दिखाई देने लगता है। इस इन्फेक्शन से बचने का एक ही उपाय है कि बच्चों की बदलते मौसम में उचित देखभाल की जाए। बच्चों का खान-पान बदलते मौसम में ठीक हो।

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बाहर के खाने से बचा जाए और ठंडे पानी की जगह साधारण पानी का इस्तेमाल किया जाए। वहीं दूसरी ओर सिविल अस्पताल में इन दिनों रोजाना करीब 100 में से 15 फीसद मरीज खांसी जुकाम के लक्षणों वाले आ रहे हैं। लेकिन राहत की बात है कि यह मरीज कोरोना के नहीं है ना ही डेंगू या मलेरिया के हैं। डाक्टरों का कहना है कि बच्चों के बुखार होने पर माता-पिता डर रहे हैं कि कहीं उनके बच्चों को कोरोना तो नहीं हो गया है ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है मौसम में बदलाव के कारण ऐसा हो रहा है।

मौसम में उतार-चढ़ाव वायरल की वजह : डा. अजय चुघ

सिविल अस्पताल में कार्यरत फिजीशियन डा. अजय चुग ने बताया कि यह सीजनली वायरल है। जिसमें खांसी जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। इनमें बुखार के भी लक्षण मिले हैं साथ ही प्लेटलेट्स भी डाउन हो जाती है, लेकिन इसमें घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे मरीजों की डेंगू और मलेरिया की भी जांच करवाई गई है और इनमें से किसी भी मरीज में डेंगू, मलेरिया और कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। डाक्टर अजय का कहना है कि मौसम में बदलाव आ रहा है। जिसमें दोपहर में उमस के कारण गर्मी अधिक रहती है। वही रात का तापमान कम रहता है। मौसम में इसी उतार चढ़ाव के कारण लोगों में खांसी जुकाम के लक्षण उभर रहे हैं और कई बार बुखार भी आता है। सिविल अस्पताल में 100 में से 15 फीसद मामले ऐसे मरीजों के आ रहे है।

वैक्सीनेशन जरूर करवाएं : सीएमओ

सीएमओ डा. रत्ना भारती ने बताया की कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय वैक्सीन है लेकिन हमें मास्क लगाना और सैनिटाइज करना लगातार जारी रखना होगा साथ ही दो गज की दूरी के नियम का पालन भी जरूर करें, तभी कोरोना को दूर रखा जा सकता है। डाक्टरों ने संभावना जताई है कि अक्टूबर माह में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक आ सकती है। इसलिए जितना जल्दी हो सके, हमें वैक्सीन की दोनों डोज लगवा लेनी चाहिए और अपने इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने पर जोर देना चाहिए।

मौसम में बदलाव के कारण बच्चों में इन्फेक्शन बढ़ रहा है। बच्चों के खान-पान का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। ठंडे पेय पदार्थ बिल्कुल बंद कर देने चाहिए। बच्चों की बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए तुरंत डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

- डा. विक्रम सतीजा, चाइल्ड स्पेशलिस्ट


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