Move to Jagran APP

सरकार में जान-पहचान हैं, रेलवे में भर्ती करवा देने की बात कह पांच लाख की लगाई चपत

भट्टूकलां पुलिस ने मामले में गांव ढिंगसरा निवासी सुनील की शिकायत पर आरोपित कुलदीप नीलम रानी और जितेंद्र के खिलाफ साजिश के तहत धोखाधड़ी गबन करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 03:46 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 03:46 PM (IST)
सरकार में जान-पहचान हैं, रेलवे में भर्ती करवा देने की बात कह पांच लाख की लगाई चपत
सरकार में जान-पहचान हैं, रेलवे में भर्ती करवा देने की बात कह पांच लाख की लगाई चपत

फतेहाबाद/हिसार, जेएनएन। फतेहाबाद के गांव ढिंगसरा के दो युवकों ने रेलवे ग्रुप डी में नौकरी लगवाने के नाम पर साढ़े पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी व गबन करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि रोहतक के गांव पिलाना निवासी नीलम रानी, उसके पति जितेंद्र ने खुद को ब्लॉक समिति चेयरमैन बताकर साढ़े पांच लाख रुपये की ठगी कर ली। इस मामले में भट्टूकलां हैफेड में स्टोर कीपर के पद पर तैनात हिसार के नारनौंद निवासी कुलदीप भी शामिल है।

loksabha election banner

भट्टूकलां पुलिस ने मामले में गांव ढिंगसरा निवासी सुनील की शिकायत पर आरोपित कुलदीप, नीलम रानी और जितेंद्र के खिलाफ साजिश के तहत धोखाधड़ी, गबन करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।

पुलिस को दी शिकायत में सुनील ने बताया कि भट्टूकलां में हैफेड में स्टोर कीपर के पद पर तैनात कुलदीप के साथ जान-पहचान है। कुलदीप ने बताया कि उसकी साली नीलम रानी ब्लॉक समिति में चेयरमैन है और उनकी सरकार में अच्छी जान-पहचान है। काफी लोगों को सरकारी नौकरी भी लगवाई है।

कुलदीप की बातों में आकर उसने व उसके दोस्त भरत ङ्क्षसह ने 14 दिसंबर 2018 को नीलम रानी के बैंक खाता में तीन लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ढाई लाख रुपये फिर नीलम रानी के खाते में 15 दिसंबर 2018 को ट्रांसफर कर दिए। आरोप है कि नीलम और उसके पति जितेंद्र ने कहा कि उनकी सरकार में पहुंच और रेलवे ग्रुप डी में नौकरी लग जाएगी। आरोप है कि जब रिजल्ट आया तो किसी की नौकरी नहीं लगी। जब रुपये वापस मांगे तो आरोपितों ने देने से इन्कार कर दिया।

--हम चेयरमैन नहीं है, हम जमींदार हैं। जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसमें हमारा कोई लेना-देना नहीं है।

- जितेंद्र कुमार, आरोपित

---घटना की शिकायत मिली है। इस मामले में पंचायत हो चुकी है लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ। आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है।

- एसआइ कृष्ण कुमार, जांच अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.