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गुरुनानक देव जयंती मनाई, शबद कीर्तन से संगत को गुरुनानक देव के बताए रास्ते पर चलने का दिया संदेश

फोटो 203 जागरण संवाददाता हिसार नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारे में सिख धर्म के संस्थापक गुरु

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 07:04 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 07:04 AM (IST)
गुरुनानक देव जयंती मनाई, शबद कीर्तन से संगत को गुरुनानक देव के बताए रास्ते पर चलने का दिया संदेश
गुरुनानक देव जयंती मनाई, शबद कीर्तन से संगत को गुरुनानक देव के बताए रास्ते पर चलने का दिया संदेश

फोटो : 203

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जागरण संवाददाता, हिसार : नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारे में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी की 551वीं जयंती धूमधाम से मनाई। गुरुद्वारा श्री सिंह सभा ने सोमवार को गुरुद्वारे में कीर्तन इत्यादि धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। गुरुद्वारे में रागियों ने साध संगत को गुरुवाणी सुनाकर निहाल किया। गुरुबाणी के माध्यम से उन्होंने साध संगत से आह्वान किया कि वे गुरु नानक देव जी के बताए रास्ते पर चलें। मेहनत के साथ-साथ जनसेवा करें। गुरुनानक जयंती पर हजारों की संख्या में साध-संगत गुरुद्वारे में पहुंची। अखंड पाठ के भोग के साथ हजूरी राजी भाई कुलदीप सिंह ने शबद कीर्तन किया। कार्यक्रम में राज्य सभा सदस्य डा. सुभाष चंद्रा, सीईओ जिला परिषद शालिनी चेतल, पूर्व प्रधान रमिद्र सिंह शैंटी, सतनाम सिंह, कुलवंत सिंह, सुरेश चौहान, सोनू, अमरजीत सिंह, अमरीक सिंह, जसविद्र, सुरजीत सिंह और हरपाल सिंह मौजूद रहे।

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शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंची संगत

नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारा की नींव 31 अक्टूबर 1925 को रखी। साल 2016 में यहां प्रदेश का सबसे ऊंचा 175 फीट का निशान साहिब है। 95 साल पुराने इस गुरुद्वारे में गुरुनानक जयंती पर हिसार शहर सहित गांवों से भी बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग पहुंचे। उन्होंने अरदास की। गुरुबाणी सुनी और लंगर प्रसाद ग्रहण किया। सुबह से गुरुद्वारे में लोगों का तांता लग गया। यहां पर नेता से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक पहुंचे। इस दौरान लोगों ने सैनिटाइज और मास्क का भी विशेष ध्यान रखा।

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कोविड-19 के कारण पैकेट में दिया लंगर

कोविड-19 का असर गुरुनानक देव जी की जयंती पर भी दिखा। अंग्रेजी शासन काल से साल 2019 तक गुरुद्वारे में ही साध संगत लंगर खाती थी। लेकिन इस बार लोगों की सुरक्षा को देखते हुए संगत को पैकेट में पैकिग कर प्रसाद दिया गया। कारण था कोविड-19। यही नहीं तब से अब तक पहली बार साल 2020 में नगर कीर्तन नहीं निकाला गया। जबकि पूर्व में स्कूली बच्चों के साथ पंच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन व गुरुद्वारे की ओर से प्रभात फेरी निकाली जाती थी। इस बार कार्यक्रम पर कोविड-19 का असर रहा। फिर भी लोगों ने अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी उत्साह जयंती मनाई।

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अनुशासन में दिखे लोग, सुनी गुरुबाणी

गुरुनानक देव की जयंती पर संगत अनुशासन में दिखी। वे लाइनों में गुरुद्वारे पहुंचे और माथा टेका व गुरुबाणी सुनी। साथ ही लाइनों में लगकर प्रसाद लिया। इस अवसर पर गुरुद्वारे की नई बिल्डिग में आयोजित शब्द कीर्तन के माध्यम से भाई कुलदीप सिंह व उनके साथियों ने गुरुनानक देव जी की जयंती पर शब्द कीर्तन के माध्यम से लोगों की कुरीतियों व बुराईयों को दूर कर उनके जीवन में नया प्रकाश भरने का कार्य किया। शब्द कीर्तन में गुरु नानक देवी की शिक्षाएं नाम जपो, किरत करो और वंड छको का गुणगान किया गया। ताकि लोग जीवन के महत्व को समझे और जीवन जीने की कला सीखते हुए गुरुनानक देव के बताए रास्ते पर चले।


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