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सीडीएलयू इराक की मिनिस्ट्री आफ हायर एजुकेशन के साथ मिलकर रिसर्च को देगी बढ़ावा

सिरसा की सीडीएलयू इराक की मिनिस्ट्री आफ हायर एजुकेशन के साथ मिलकर रिसर्च को बढ़ावा देगी। रिसर्च के लिए द्विपक्षीय सहयोग कार्यक्रम की इच्छा जाहिर की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि शैक्षणिक संस्थान की पहचान वहां पर चल रही शोध गतिविधियों से होती है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 05:25 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 05:25 PM (IST)
सीडीएलयू इराक की मिनिस्ट्री आफ हायर एजुकेशन के साथ मिलकर रिसर्च को देगी बढ़ावा
सीडीएलयू में रिसर्च वर्क को मिलेगा बढ़ावा।

जागरण संवाददाता, सिरसा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के साथ एंबेसी ने इराक की मिनिस्ट्री आफ हायर एजुकेशन एंड साइंटिफिक रिसर्च ने शोध गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से द्विपक्षीय सहयोग कार्यक्रम की इच्छा जाहिर की है। जिसको लेकर एंबेसी आफ द रिपब्लिक आफ इराक कल्चरल अटैची, नई दिल्ली के माध्यम से विश्वविद्यालय को पत्र भेजा गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने विभिन्न विभागों के अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान की पहचान वहां पर चल रही शोध गतिविधियों से होती है।

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विश्वविद्यालय में पीएचडी से 12 अंतरराष्ट्रीय छात्र जुड़े हैं

विश्वविद्यालय की इंटरनल क्वालिटी एसोरेंस सेल(आईक्यूएसी) द्वारा आयोजित इस बैठक में गुणवत्तापरक शिक्षा से संबंधित ओपन हाऊस डिस्कसन की व्यवस्था की गई और विभिन्न विभागों के मुख्याओं द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार के क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण सुझाव रखे गए। चर्चा में यह बिंदु उभरकर सामने आया कि वर्तमान युग में बौद्धिक तथा तकनीकी संसाधनों को सांझा करके सीमित संसाधनों के साथ बेहतर परिणाम हासिल किये जा सकते हैं। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के पीएचडी पाठ्यक्रमों में 12 अंतरराष्ट्रीय छात्र जुड़े हुए हैं। इस कार्य के लिए विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक प्रो. सुरेश गहलावत, डीन रिसर्च प्रो. विक्रम सिंह तथा इंटरनेशनल रिलेशंस एंड फॉरेन अफेयर्स प्रो. अनु शुक्ला को बधाई दी।

इराक की हायर एजुकेशन मिनिस्ट्री ने दिखाई रुचि

कुलपति ने बताया कि इराक की हायर एजुकेशन मिनिस्ट्री ने संयुक्त कॉन्फ्रेंस, सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम, ज्वाइंट एकेडमिक डिग्री प्रोग्राम, सिलेबस तैयार करने, शोध पत्र तैयार करने और साहित्यिक कार्यक्रमों के लिए रुचि जाहिर की है। इसके अतिरिक्त अकेडमिक के साथ-साथ प्रशासनिक अनुभव को बढ़ावा देने के लिए विजिटिंग प्रोफेसर के साथ-साथ स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर मेरिटोरियस स्टूडेंट्स को अधिक एक्सपोजर देने के उद्देश्य से एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत फेलोशिप आदि की व्यवस्था पर भी सहमति के लिए लिखा गया है।

विश्वविद्यालय में रिसर्च एडवाइजरी काउंसिल का गठन किया है

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मलिक ने कहा कि विश्वविद्यालय के शोध गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए डिन रिसर्च की अध्यक्षता में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल स्थापित की गई है। इस सेल के मार्गदर्शन के लिए यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार विश्वविद्यालय ने रिसर्च एडवाइजरी काउंसिल का गठन किया है और यह परिषद शोध सेल की विभिन्न समितियों को गुणवत्ता परक कार्य करने के लिए न केवल प्रेरित करेगी बल्कि मार्गदर्शन भी करेगी।

शैक्षणिक जगत को उद्योग जगत तथा समाज के साथ जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगी

कुलपति ने कहा कि रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल रिसर्च पब्लिकेशन, बुक पब्लिकेशन, पेटेंट पंजीकरण तथा इनोवेटिव आइडियाज के माध्यम से शैक्षणिक जगत को उद्योग जगत तथा समाज के साथ जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगी। इस बैठक का संचालन आइक्यूएसी निदेशक प्रो. पंकज शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. राजेश बंसल, डा. कपिल चौधरी, डा. राजकुमार सहित विभिन्न विभागों के अध्यक्ष मौजूद रहे।


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