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आंदोलन स्‍थल पर युवक को जलाने के मामले में कसार गांव में खाप पंचायत टली, सरपंच ने मांगी सुरक्षा

मुकेश मुदगिल को आंदोलन स्थल पर पेट्राेल डालकर जिंदा जला देने की घटना के बाद आक्रोश से भरे कसार गांव में रविवार को आहूत 12 गांवाें की खाप पंचायत एक दिन टल गई। अब यह पंचायत सोमवार को 11 बजे गांव की चौपाल में होगी।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 07:19 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 07:19 PM (IST)
आंदोलन स्‍थल पर युवक को जलाने के मामले में कसार गांव में खाप पंचायत टली, सरपंच ने मांगी सुरक्षा
जलाने के केस में सरपंच बोले अगर मुझे कुछ हुआ तो राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी व प्रशासन होगा जिम्मेदार

बहादुरगढ़, जेएनएन। कसार गांव के मुकेश मुदगिल को आंदोलन स्थल पर पेट्राेल डालकर जिंदा जला देने की घटना के बाद आक्रोश से भरे कसार गांव में रविवार को आहूत 12 गांवाें की खाप पंचायत एक दिन टल गई। अब यह पंचायत सोमवार को 11 बजे गांव की चौपाल में होगी। इस बीच गांव के निवर्तमान सरंपच और मृतक के नाते के भाई टोनी ने खुद के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की है। टोनी का कहना है कि उनके ऊपर इस घटना को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डाला जा रहा है। उनके परिवार के सदस्य मुकेश की आंदोलन स्थल पर हत्या गई।

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इससे पूरे गांव में दुख है, फिर भी किसी किसान नेता ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना में एक शब्द तक नहीं कहा। बकौल टोनी.. मेरा नाम सत्तापक्ष के समर्थक के रूप में जोड़कर इस मामले में राजनीति करने का प्रयास किया जा रहा है। यह पूरी तरह गलत है। हम इस मामले को राजनीति का केंद्र नहीं बनने देंगे। न ही हम इस मामले को किसी तरह का राजनीतिक रंग दे रहे हैं। हम सिर्फ न्याय के लिए लड़ रहे हैं और पूरा गांव जो परेशानी झेल रहा है, उससे मुक्ति चाहते हैं।

36 बिरादरी का हमारे लिए एक जैसा सम्मान है। इस मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। पुलिस-प्रशासन को गांव के लोगों ने एक सप्ताह में यहां से आंदोलनकारियों को हटाकर दूसरी जगह भेजने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। इस पर सोमवार को पंचायत में फैसला किया जाएगा। मृतक मुकेश की रस्म क्रिया के बाद इस बारे में पूरा गांव मिलकर काेई कदम उठाएगा।

टोनी ने कहा कि अगर मुझे कुछ होता है तो उसके लिए राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी व प्रशासन जिम्मेदार होगा। उधर, रविवार को गांव में पंचायत न होने के पीछे यह वजह बताई जा रही है कि रिवाड़ी गांव में भी पंचायत पहले से रखी गई थी। वहां पर पंचायत प्रतिनिधि व्यस्त थे। इंतजार के बाद जब वहां पर पंचायत संपन्न नहीं हो पाई तो कसार की पंचायत को एक दिन के लिए स्थगित करना पड़ा।

मृतक के परिवार की मदद के लिए संस्थाओं ने दिलाया भरोसा :

कसार गांव में रविवार को शहर और गांवों के अलावा दूसरे जिलों से भी विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और सदस्य मृतक मुकेश के घर पहुंचे और परिवार के प्रति संवेदना जताई। कई संस्थाओं ने मृतक के पुत्र की पढ़ाई व अन्य जरूरतों को लेकर आर्थिक मदद का भरोसा दिलाया है। सरंपच टोनी ने बताया कि मृतक मुकेश के पुत्र के नाम खाता खुलवाने और उसमें मदद राशि डालने के लिए कई संस्थाओं के सदस्यों ने आश्वासन दिया है।


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