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जम्मू कश्मीर में तैनात रोहतक के कैप्टन साहिल वत्स का निधन, उनके पैतृक गांव आज पहुंचेगा पार्थव शरीर

रोहतक के 26 वर्षीय कैप्टन साहिल वत्स की जम्मू कश्मीर के अवंतीपुरा में पोस्टिंग थी। जहां माइनस 14 डिग्री तापमान में ड्यूटी देते हुए 14 जनवरी को हृदय गति रुक जाने से उनका निधन हो गया। जिले का गांव डोभ उनका पेतृक गांव हैं।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 01:36 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 01:36 PM (IST)
जम्मू कश्मीर में तैनात रोहतक के कैप्टन साहिल वत्स का निधन, उनके पैतृक गांव आज पहुंचेगा पार्थव शरीर
भारतीय सेना में एक अप्रैल 2018 में किया था ज्वाइन।

रोहतक, जागरण संवाददाता। भारतीय सेना में कैप्टन के पद पर तैनात रोहतक निवासी कैप्टन साहिल वत्स का शुक्रवार को अचानक निधन हो गया। स्वजनों के मुताबिक हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया है। उनके आकस्मिक निधन की खबर सुनकर स्वजनों, परिवार व रिश्तेदारों में शोक की लहर दौड़ गई है। परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के लिए अनेक लोग पहुंच रहे हैं। उनका पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर को दिल्ली पहुंच गया है। पूरे सैनिक सम्मान के साथ गांव डोभ में तीन बजे के बाद उनका पार्थिव शरीर पहुंचने की संभाना है, गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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पैतृक गांव में संस्कार

26 वर्षीय कैप्टन साहिल वत्स की जम्मू कश्मीर के अवंतीपुरा में पोस्टिंग थी। जहां माइनस 14 डिग्री तापमान में ड्यूटी देते हुए 14 जनवरी को हृदय गति रुक जाने से उनका निधन हो गया। जिले का गांव डोभ उनका पेतृक गांव हैं, लेकिन परिवार लंबे समय से रोहतक में ही रह रहा है। रोहतक स्थित सेक्टर चार में दोपहर बाद लगभग दो बजे बाद उनका पार्थिव शरीर लाया जाएगा। जिसके बाद पूरे सैनिक सम्मान के साथ गांव डोभ में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

छोटा भाई है वेटनरी सर्जन

कैप्टन साहिल के पिता जितेंद्र वत्स आयुष विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। स्वजनों के मुताबिक साहिल आर्मी में सिग्नल कोर में तैनात थे। बीटेक पास साहिल का रुझान स्कूली पढ़ाई के दौरान ही सेना में जाने का हुआ। वे भारतीय सेना में जाकर देश सेवा करना चाहते थे। जिसके चलते साहिल ने इसी दिशा में तैयारी शुरू कर दी। वे पढ़ाई में भी हमेशा अच्छे अंक हासिल करते थे। एक अप्रैल 2018 में उन्होंने भारतीय सेना में कैप्टन के पद पर ज्वाइन किया था। कैप्टन साहिल जब भी छुटि्टयां लेकर घर आते थे तो स्वजनों को सेना की जवनों की अनेक साहसिक कहानियां भी सुनाते थे। लेकिन अब अचानक से कैप्टन साहिल के निधन की खबर सुनकर स्वजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। कैप्टन साहिल का एक छोटा भाई भी है जो वेटनरी सर्जन है।


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