सुलचानी में पंचायती जमीन पर बने 51 अवैध मकान तोड़े
नारनौंद : प्रशासन ने गांव सुलचानी में पंचायती भूमि पर बने अवैध मकानों को तोड़न
संवाद सहयोगी, नारनौंद : प्रशासन ने गांव सुलचानी में पंचायती भूमि पर बने अवैध मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस को तैनात किया गया था। हालांकि कुछ ग्रामीणों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया।
गांव सुलचानी के 51 लोगों ने पंचायती भूमि पर मकान बनाकर कब्जा कर रखा था। इन कब्जों को छुड़वाने के लिए पंचायत ने वर्ष 2001 में अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने इन 51 मकानों को तोड़ने का आदेश दिया था। डयूटी मजिस्ट्रेट के रूप में नारनौंद के बीडीपीओ संजय टांक को नियुक्त किया गया। बुधवार को प्रशासन के अधिकारी दो जेसीबी लेकर मकानों को तोड़ने के पहुंचे तो कुछ ग्रामीणों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने विरोध कर रहे ग्रामीणों को वहां से खदेड़ दिया। उसके बाद प्रशासन ने पीले पंजे की सहायता से सभी 51 मकानों को तोड़ दिया। कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव के अन्य लोगों ने भी पंचायती भूमि पर कब्जा कर रखा है, लेकिन प्रशासन ने सिर्फ हमारे ही मकान तोड़े। वर्जन:::::::::
अदालत के आदेश पर आज इस भूमि से अवैध कब्जे हटवा दिए गए हैं। अब इस भूमि पर पंचायत का कब्जा हो गया है।
बिजेन्द्र ¨सह, सरपंच