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जीजेयू में वोकल फॉर लोकल और कृषि बिल पर मंथन

प्रो. शबनम सक्सेना ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन संचार कौशल व आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ ही व्यक्ति के समग्र विकास में योगदान करते हैं। उन्होंने कहा कि समूह चर्चा एक व्यक्ति के व्यक्तित्व व मन की उपस्थिति को दर्शाती है। एक अच्छी समूह चर्चा आपको एक अच्छा वक्ता होने के साथ एक अच्छा श्रोता बनाने में भी सहायक होती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 08:41 AM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 08:41 AM (IST)
जीजेयू में वोकल फॉर लोकल और कृषि बिल पर मंथन
जीजेयू में वोकल फॉर लोकल और कृषि बिल पर मंथन

जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सैल द्वारा अपने पाक्षिक वर्चुअल स्पीकाथॉन कार्यक्रम के तहत ऑनलाइन समूह चर्चा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें प्रतिभागियों ने वोकल फॉर लोकल और कृषि बिल पर मंथन किया। हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस की डीन प्रो. शबनम सक्सेना कार्यक्रम की मुख्यातिथि थी। ओरिजिन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विवेक कुमार व मनोविज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डा. तरुणा निर्णायक थे।

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संचार कौशल व आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं यह प्रतियोगिताएं

प्रो. शबनम सक्सेना ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन संचार कौशल व आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ ही व्यक्ति के समग्र विकास में योगदान करते हैं। उन्होंने कहा कि समूह चर्चा एक व्यक्ति के व्यक्तित्व व मन की उपस्थिति को दर्शाती है। एक अच्छी समूह चर्चा आपको एक अच्छा वक्ता होने के साथ एक अच्छा श्रोता बनाने में भी सहायक होती है।

डा. तरुणा ने कहा कि समूह चर्चा उम्मीदवार के पूर्व ज्ञान, टीम वर्क, आत्मविश्वास, संचार की जांच करने के लिए है। विवेक कुमार ने कहा कि समूह चर्चाओं में, एक व्यक्ति को यह जानना चाहिए कि वह वास्तव में क्या बोल रहा है और एक समूह चर्चा बहस नहीं है। उन्होंने जोर दिया कि आत्मविश्वास समूह चर्चाओं में बहुत मायने रखता है। आत्मविश्वास विकसित करने के लिए विद्यार्थियों को समाचार पत्र पढ़ने और अंग्रेजी में अक्सर संवाद करने की आदत विकसित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समूह चर्चा के लिए जाने से पहले प्रतिभागियों को विषय की सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए।

ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सेल के सहायक निदेशक आदित्यवीर सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम उद्भावना के मॉड्यूल का हिस्सा है, जिसे तीन साल पहले शुरू किया गया था।

इस ऑनलाइन समूह चर्चा में विभिन्न विभागों के 27 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के दौरान विद्यार्थियों को दो आभासी वर्गो में विभाजित किया गया था। प्रतिभागियों ने 'वोकल फॉर लोकल - यह स्लोगन कितना प्रभावी है', कृषि बिल 2020- कितने कारगर?', 'क्या सेलिब्रिटीज को राजनीति में शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए' तथा 'भारत को एक समान नागरिक संहिता की आवश्यकता है - के पक्ष में या विपक्ष में' जैसे विषयों पर समूह चर्चा की। निर्णायकों द्वारा सामग्री, विषय ज्ञान, संचार कौशल, बॉडी लैंग्वेज, इंटर पर्सनल स्किल्स व इनिशिएटिव के मापदंडों पर विद्यार्थियों का परीक्षण किया गया।

यह रहे विजेता

प्रतियोगिता में निशीथ शुभांकर व संगीता ने प्रथम, मुस्कान ने दूसरा तथा शायना ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। ध्रुव ग्रोवर व मनीषा चौथे स्थान पर तथा प्रशांत पांचवें स्थान पर रहे। संचालन उन्नति ने किया तथा नित्या ने कार्यक्रम का समन्वय किया।


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