भाजपा सांसद अरविंद शर्मा के फिर विद्रोही तेवर, सीएम पर साधा निशाना, बोले- पीएम मोदी से करूंगा बात
रोहतक में प्रैसवार्ता करते हुए अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा में भ्रष्टाचार चरम पर है। सीएम मनोहर लाल भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सीएम पद की शपथ लेते हुए कर्तव्य का पालन करने का वादा किया जाता है। मगर सीएम मनोहर लाल ने इसे तोड़ा है।
आनलाइन डेस्क, हिसार। भाजपा सांसद अरविंद शर्मा ने एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है। आज रोहतक में प्रैसवार्ता करते हुए अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा में भ्रष्टाचार चरम पर है। सीएम मनोहर लाल भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सीएम पद की शपथ लेते हुए कर्तव्य का पालन करने का वादा किया जाता है। बिना अनुराध और द्वेष के काम करने की शपथ ली जाती है। मगर सीएम मनोहर लाल ने इस वादे को तोड़ा है। ब्राह्मण संस्थ को जमीन देने के मामले में भी द्वेष भावना से काम किया गया है। मैं इसके बारे में पीएम नरेन्द्र मोदी से बात करूंगा।
अरविंद शर्मा ने कहा परशुराम जंयती के दौरान मैनें जो भी बातें कही, उन पर मैं आज भी अडिग हूं। न ही भविष्य में मुकरने वाला हूं। परशुराम जयंती में अरविंद शर्मा के बीजेपी पार्टीध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के सवाल पर शर्मा ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि मेरे बयान देने के बाद जेपी नड्डा ने मुझे बुलाया था। मगर मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि ऐसा कुछ नहीं है। उस मुलाकात का प्रयोजन कुछ और है। मैं दुनिया में केवल तीन ही लोगों से डरता हूं। मां, जनता और भगवान के अलावा मैं किसी से भी नहीं डरता। जो कहता हूं वही करता हूं।
अरंविद शर्मा ने कहा जब मकान बन जाते हैं तो अफसर गिराने के लिए पीला पंजा लेकर पहुंच जाते हैं। अगर अतिक्रमण होता है वहां मकान बनता है तब अफसर कहां जाते हैं। अब ऐसे ही किसी का मकान नहीं गिराया जाएगा। रोहतक में तो धड़ाधड़ कब्जे गिराए जा रहे हैं। एक कमेटी बनेगी जिसमें मैं खुद शामिल रहूंगा। तब देखा जाएगा कि किसका मकान तोड़ना है कितना तोड़ना है। मकान बनाने में सालों लग जाते हैं। गिराना ही समाधान नहीं है।
बहादुरगढ़ से सांपला मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर अरविंद शर्मा ने कहा कि जब तक राज्य सरकार इसमें रुचि नहीं लेगी तब तक केंद्र सरकार भी कुछ नहीं कर सकती। मैं कई बार कह चुका हूं। फिजिबलिटी नहीं होने की बात कह दी जाती है। मगर जनता के काम में यह नहीं देखा जाता है। पीएम मोदी से इस बारे में बात करेंगे देखेंगे कि क्या हो सकता है। उन्होंने कहा मेट्रो को झज्जर बादली तक लेकर आना चाहिए। सांपला अंडरपास भी बनावाना चाहिए। केवल पोर्टल बनने से कुछ नहीं हो जाता। प्रायोगिक तौर पर योजनाओं को लागू करना होता है।
बता दें कि नवीन जयहिंद के नेतृत्व में हाल में ही हुए परशुराम जयंती कार्यक्रम में बीजेपी सांसद अरविंद शर्मा पहुंचे थे। वहां उन्होंने पहरावर गांव में ब्राह्मण संस्था को दी गई जमीन को सरकारी जमीन में शामिल करने के मुद्दे पर बोलते हुए सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था। अरविंद शर्मा ने पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के लिए तो बेहद आक्रोशित शब्दों का प्रयोग कर दिया था। उन्होंने सीएम मनोहर लाल पर भी सवाल खड़े कर दिए थे।
उन्होंने कहा कि मुझे टिकट देने में भी बहुत से लोग खुश नहीं थे। वहीं अगर ब्राह्मणों को दी गई जमीन सरकार ने लेनी चाही तो मैं सरकार के साथ नहीं हूं। किसी भी हालत में सरकार को यह जमीन नहीं दी जाएगी। अरविंद शर्मा के इस तरह की बयानबाजी को लेकर अब राजनीति से जुड़े लोग भी हैरान है तो उनके द्वारा भविष्य में लिए जाने वाले फैसलों को लेकर भी चर्चा चली हुई है।