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बारात चढ़ने से पहले ही उठी अर्थी, छह महीने के अंतराल में पिता ने दिया तीन बेटों को कंधा

कैंटर की चपेट में आने से बाइकसवार युवक की हुई मौत, वीडियो बनाने में रहे मशगूल रहे तमाशबीन लोग, दिवाली के आस पास होने वाली थी मृतक की शादी, फूट-फूट रोए पिता

By manoj kumarEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 03:11 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 03:11 PM (IST)
बारात चढ़ने से पहले ही उठी अर्थी, छह महीने के अंतराल में पिता ने दिया तीन बेटों को कंधा
बारात चढ़ने से पहले ही उठी अर्थी, छह महीने के अंतराल में पिता ने दिया तीन बेटों को कंधा

भिवानी [दीपक शर्मा] घर में बेटे की शादी की तैयारियां चल रही थी तो हर कोई पुराने दुख को भुलाकर नई खुशियों में मशगूल होने की सोच रहा था। मगर होनी का शायद कुछ और ही मंजूर था और खुशियों की बरात चढऩे से पहले ही घर से जवान बेटे की अर्थी उठ गई। कुछ दिनों बाद जिस बेटे की शादी होनी थी उस बेटे की अर्थी उठता देख पिता भी धैर्य खो बैठा। बेटे की मौत के बाद खुशियां मातम में तब्दील हो गई। करीब छह माह के अंतराल में तीन भाईयों की मौत ने परिवार को गम के सागर में डूबा दिया।

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 गांव बजीणा के मूल निवासी मोनू फिलहाल भिवानी की देवनगर कॉलोनी में रहता है और तोशाम बाईपास पर टायर पैंक्‍चर लगाने की दुकान की हुई है। उसके पिता लक्ष्मण चंडीगढ़ रहते हैं। मोनू की सड़क हादसे में शुक्रवार को दर्दनाक मौत हो गई। मृतक के चाचा डा. रामानंद ने बताया कि मोनू की चंडीगढ़ में ही सगाई की हुई थी। परिवार वाले बेटे की शादी धूमधाम से करने की तैयारियों जुटे हुए थे। साथ ही छोटा भाई भी अनुबंध आधार पर लगा दिया था।

सभी अच्छी कमाई करके घर को खुशहाल करने में जुटे थे। लेकिन उन्होंने जो सपने देखे थे वो पूरे होते उससे पहले ही सभी धवस्त हो गए। बेटे की मौत ने परिवार को जो दर्द दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। बेटे मोनू के शव को देखकर 65 वर्षीय लक्ष्मण का हौसला भी जवाब दे गया। तीन जवान बेटों की मौत का बोझ कंधों पर उठाकर जीना मुश्किल है।

छह माह के अंतराल में हुई दो बड़े भाईयों की मौत

मृतक के भाई सुभाष ने बताया कि मोनू के दो भाईयों की मौत करीब छह माह के अंतराल में हुई हैं। सबसे बड़े भाई लाल बहादुर व दूसरे नंबर के बड़े भाई सोन सिंह की मौत बीमारी के कारण हुई थी।

मोनू के कंधों पर था पूरे परिवार का बोझ

मृतक के चाचा फतेहङ्क्षसह ने बताया कि दो बड़े भाईयों की मौत के बाद मोनू के कंधों पर ही पूरे परिवार का बोझ था। इसके लिए मोनू कड़ी मेहनत करता था। मोनू की तोशाम बाईपास पर टायर पैंक्‍चर की दुकान थी। जहां पर काम करके मोनू परिवार का पालन-पोषण करता था।

दीवाली के बाद होनी थी शादी

मृतक के चाचा डा. रामानंद ने बताया कि उसके भतीजे मोनू की शादी चंडीगढ़ में की हुई थी। शादी संबंधित सभी रश्में पूरी हो चुकी थी। दीवाली के बाद शादी करने की तैयारी चल रही थी। पूरे घर में खुशियां थी। लेकिन कुदरत को कुछ ओर ही मंजूर था। शादी की शहनाई बजने से पहले ही बेटे के अर्थी उठ गई।

वीडियो बनाने में मशगूल रहे लोग, नहीं संभाला मोनू

मृतक के परिजनों ने बताया कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय घटना स्थल पर मौजूद लोग इस हादसे की वीडियो बनाने में मशगूल रहे। किसी का सीना भी नहीं पसीजा कि कोई घायल मोनू की मदद करे और उसे उपचार के लिए जल्दी से अस्पताल में ले जाए। तुरंत अस्पताल में लेकर जाया जाता तो शायद मोनू की जान बच जाती।

होटल पर चाय पीने गया था माेनू

गांव बजीणा के मूल निवासी लक्ष्मण ने बताया कि वह फिलहाल चंडीगढ़ में रहता है। उसका बेटा 26 वर्षीय मोनू भिवानी की देवनगर कॉलोनी में रहता है।  शुक्रवार शाम को मोनू तोशाम बाईपास के नजदीक एक होटल पर चाय पीने के लिए गया हुआ था। मोनू चाय पीने के बाद अपने मोटरसाइकिल पर वापस अपनी दुकान में आ रहा था। इसी दौरान तोशाम बाईपास पर कैंटर ने उसे टक्कर मार दी। इस हादसे के बाद मोनू व मोटरसाइकिल कैंटर में फंस गया। इस कारण मोनू कैंटर के साथ कई दूर तक घसीटता हुआ ले गया। इस हादसे के बाद कैंटर चालक मौके से फरार हो गया। जांच अधिकारी सुमित कुमार ने बताया कि पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर कार्रवाई आरंभ कर दी थी। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।


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