Move to Jagran APP

रोहतक में चोरी की लग्जरी गाडिय़ों में एक और बड़ा खेल, आरसी के लिए बनाते थे फर्जी ID

रोहतक में लग्जरी गाडिय़ों की फर्जी तरीके से आरसी तैयार कराने के मामले में अब आइडी फर्जीवाड़ा सामने आया है। एसटीएफ एसआइटी की जांच में सामने आया फर्जी आइडी पर नाम कराई गई 15 गाडिय़ां

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 04:52 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 04:52 PM (IST)
रोहतक में चोरी की लग्जरी गाडिय़ों में एक और बड़ा खेल, आरसी के लिए बनाते थे फर्जी ID
रोहतक में चोरी की लग्जरी गाडिय़ों में एक और बड़ा खेल, आरसी के लिए बनाते थे फर्जी ID

रोहतक [विनीत तोमर] चोरी की लग्जरी गाडिय़ों की फर्जी तरीके से आरसी बनवाने के मामले में एक और बड़े खेल का पर्दाफाश हुआ है। एसटीएफ एसआइटी की जांच में पता चला है कि गाडिय़ों की आरसी बनवाने के लिए फर्जी आधार कार्ड और पेन कार्ड भी तैयार किए जाते थे। इसके बाद उन पर वीआइपी नंबर रजिस्ट्रर्ड कराया जाता था। दरअसल, एसआइटी ने महम एसडीएम कार्यालय से काफी गाडिय़ों का रिकार्ड निकलवाया है। इस रिकार्ड पर कुछ गाडिय़ां शक के दायरे में आई, जिनकी आरसी इस गिरोह ने बनवाई थी। एसआइटी ने जांच को आगे बढ़ाया और गाड़ी रजिस्ट्रर्ड कराने के लिए दी गई आइडी पर नोटिस भेजा।

loksabha election banner

लेकिन इस दौरान अभी तक करीब 15 लग्जरी गाडिय़ों का पता चला है, जिनमें आधार कार्ड से लेकर पेन कार्ड और अन्य दस्तावेज भी फर्जी लगाए गए हैं। जब एसटीएफ एसआइटी आधार कार्ड में दिए गए पते पर पहुंची तो वहां पर इस नाम से कोई व्यक्ति नहीं था। कई आधार कार्ड में ऐसा मकान नंबर लिखा गया है जो उस गांव या फिर कालोनी में है ही नहीं और आरसी बनवाने के लिए फर्जी आधार और पेन कार्ड का इस्तेमाल भी किया गया है।

इन गाडिय़ों पर लगाई गई है फर्जी आइडी

एसटीएफ एसआइटी इंस्पेक्टर सतीश देशवाल ने बताया कि करीब 15 गाडिय़ों पर फर्जी आइडी लगाई है। भैणी सूरजन गांव के अनिल पुत्र रामङ्क्षसह के नाम पर दो इनोवा गाड़ी रजिस्ट्रर्ड हैं, लेकिन जब गांव में जाकर पता किया तो इस नाम से कोई नहीं मिला। इसी तरह अनुप पुत्र बीर ङ्क्षसह निवासी मदीना के नाम पर एचआर-10-3132 इनोवा गाड़ी और अर्जुन पुत्र रामअवतार के नाम पर एचआर-15-0401 क्रेटा गाड़ी रजिस्ट्रर्ड दिखाई गई है। इसके अलावा एकता कालोनी के शमे पुत्र प्रीत ङ्क्षसह के नाम पर फोरच्यूनर गाड़ी एचआर-10-1009 रजिस्ट्रर्ड है। एसआइटी ने यहां जाकर पता किया तो इस नाम से कोई व्यक्ति ही नहीं था। इसके अलावा एसआइटी ने शक के दायरे में आई गाडिय़ों को लेकर करीब 45 लोगों को नोटिस भेजे हैं। जिन्हें गाड़ी लेकर आने के लिए कहा गया है।

यह है मामला

गुरुग्राम एसटीएफ एसआइटी ने 3 जून को चरखी दादरी के प्रेम नगर निवासी प्रवीण को चोरी की स्कार्पियो गाड़ी के साथ गिरफ्तार किया था। गाड़ी की महम एसडीएम कार्यालय में फर्जी आरसी बनवाई गई थी। इसमें महम एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी रोहतक के रेवेन्यू कालोनी निवासी अनिल कुमार, कंप्यूटर ऑपरेटर कृष्ण कुमार और ऑपरेटर सोमबीर को गिरफ्तार किया था। वहीं, आरोपित सैमाण गांव निवासी टाइपिस्ट रमेश बामल को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपित महम निवासी अमित और सीसरखास गांव निवासी रमेश ने 17 गाडिय़ों के साथ चंडीगढ़ में सरेंडर कर दिया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.