Move to Jagran APP

भूपेंद्र हुड्डा बोले- लाल किले पर जाने वालों की हो जांच, सरकार के खिलाफ लाएंगे अविश्वास प्रस्ताव

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक बार फिर सरकार से किसानों की मांगे मानने की अपील की है। उनका कहना है कि कठोर परिस्थितियों का सामना करते हुए किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। सरकार को संवेदनशील रुख अपनाते हुए जल्द उनकी मांगे माननी चाहिए

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 28 Jan 2021 06:58 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jan 2021 06:58 PM (IST)
भूपेंद्र हुड्डा बोले- लाल किले पर जाने वालों की हो जांच, सरकार के खिलाफ लाएंगे अविश्वास प्रस्ताव
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने रोहतक में पत्रकारों को संबोधित किया

रोहतक, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर लाल किला पर जो भी हुआ, वो निंदनीय है। इस मामले में सरकार भी विफल रही है क्योंकि वहां तक लोगों को पहुंचना और झंडा फहराना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। सरकार को इस पूरे मामले में जांच करने की जरूरत है। सरकार को इस मामले में जांच कर दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। हुड्डा वीरवार को रोहतक स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

loksabha election banner

हुड्डा ने कहा कि जांच में पता लगना चाहिए कि वो कौन लोग थे जो अनुशासित और शांतिपूर्ण आंदोलन को खराब करने की मंशा से लाल किले पर पहुंचे। हुड्डा ने कहा कि लाखों की तादाद में किसान ट्रैक्टर परेड का हिस्सा बनने दिल्ली पहुंचे थे। इतनी बड़ी तादाद के बावजूद एक जगह को छोड़कर कहीं से किसी तरह के टकराव, अनुशासनहीनता या किसी तरह की अवांछित गतिविधि की खबर नहीं आई।

हुड्डा ने एक बार फिर सरकार से किसानों की मांगे मानने की अपील की है। उनका कहना है कि कठोर परिस्थितियों का सामना करते हुए किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। सरकार को संवेदनशील रुख अपनाते हुए जल्द उनकी मांगे माननी चाहिए, ताकि किसान अपने घर वापस जा सकें। उन्होंने कहा कि वो पहले दिन से किसानों की मांगों का समर्थन कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।

अभय चौटाला के इस्तीफे को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि उनके इस्तीफे से किसानों को नहीं बल्कि सरकार को फायदा होगा। क्योंकि हम विधानसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। अभय चौटाला के इस्तीफ़े से विपक्ष का एक वोट कम हो गया है। सरकार बचाने के लिए अब गठबंधन को अब 46 की बजाय 45 वोटों की जरूरत होगी। इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सदस्य शादीलाल बतरा, राजीव गुगनानी  और यशपाल पंवार मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.