Bhiwani Municipal Council: कोरोना योद्धा कहलाने वाले कच्चे सफाई कर्मचारियों को ना वेतन मिला ना दीपावली बोनस
भिवानी नगर परिषद में 200 पक्के कर्मचारी व 300 के करीब कच्चे कर्मचारी है। स्थानीय शहरी निकाय विभाग ने नप के पक्के कर्मचारियों के लिए 10 हजार रुपये का बोनस देने का फैसला किया। जबकि कच्चे कर्मचारियों को दीपावली के त्यौहार पर ना वेतन मिला है और ना ही बोनस।
जागरण संवाददाता, भिवानी। यूं तो सरकार व प्रशासन ने फ्रंट लाइन में खड़े होकर कोरोना काल में बीमारी से लड़ने वाले सफाई कर्मचारियों को कोरोना योद्धा का खिताब दिया हुआ है, लेकिन उनका व उनके परिवार का त्यौहार अच्छा मनाया जाए, इसकी कोई चिंता नहीं है। नगर परिषद के कच्चे कर्मचारियों को दीपावली के त्यौहार पर ना ही बोनस दिया जा रहा है तो ना ही वेतन। इससे वह काफी नाराज है। कच्चे कर्मचारियों के साथ ही पक्के कर्मचारियों ने भी बोनस देने की मांग की है। कच्चे कर्मचारियों को बोनस ना दिए जाने पर काली दीपावली मनाने का निर्णय लिया है।
कच्चे कर्मचारियों को दीपावली के त्यौहार पर ना वेतन मिला ना बोनस
भिवानी नगर परिषद में 200 पक्के कर्मचारी व 300 के करीब कच्चे कर्मचारी है। स्थानीय शहरी निकाय विभाग ने नप के पक्के कर्मचारियों के लिए 10 हजार रुपये का बोनस उनकी स्वैच्छा से दिए जाने का प्रस्ताव पास किया है, जबकि कच्चे कर्मचारियों को दीपावली के त्यौहार पर ना वेतन मिला है और ना ही बोनस दिया जा रहा है। जिसके बाद पक्के कर्मचारियों ने भी बोनस लेने से इंकार कर दिया है। सफाई कर्मचारी यूनियन ने कच्चे कर्मचारियों को भी उनकी तरह दीपावली का दस-दस हजार रुपये बोनस दिए जाने की मांग की है।
बोनस नहीं मिला तो होगा आंदोलन
सफाई कर्मचारी संघ हरियाणा के सचिव पुरुषोत्तम दानव ने कहा कि सफाई कर्मचारी अपनी जान दांव पर लगाकर कोरोना काल हो या फिर डेंगू की बीमारी हर समय इमानदारी से कार्य कर शहर को स्वच्छ बनाने में लगे है। कहने तो सरकार उन्हें कोरोना योद्धा का तमगा दे रही है, लेकिन सरकार व प्रशासन का इन कर्मचारियों के परिवार की कोई परवाह तक नहीं है। दीपावली जैसे त्यौहार पर उनके बोनस व वेतन तक से वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को बोनस नहीं मिला तो वह आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।