Baba Ramdev-IMA Controversy: रामदेव बोले, आइएमए के मुद्दे पर बहुत कुछ बोल लिया, अब कुछ नहीं कहना
स्वामी रामदेव सोमवार को भिवानी पहुंचे। उन्होंने आइएमए विवाद में कुछ भी बोलने से मना कर दिया। बाबा रामदेव को भिवानी में डॉक्टरों और किसानों ने काले झंडे दिखाए। नारेबाजी की। बोले कि बाबा के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
भिवानी, जेएनएन। पतंजलि योगपीठ के संस्थापक एवं योग गुरु बाबा रामदेव आइएमए के मुद्दे पर अब कुछ नहीं बोल रहे हैं। उनका कहना है कि वह इस पर काफी कुछ बोल चुके हैं। यह बात उन्होंने महम रोड स्थित बीट्स कॉलेज में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के खिलाफ बोलने पर आइएमए विरोध कर रही है।
भिवानी में सोमवार देर शाम पहुंचे बाबा रामदेव के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए), किसान संगठन और अध्यापक संगठन ने विरोध प्रदर्शन किया। संगठनों ने बाबा रामदेव को काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ नारेबाजी की। महम रोड पर हुई नारेबाजी के बीच से बाबा रामदेव का काफिला रोहतक रोड की तरफ निकल गया। वहीं इससे पहले वह शाम को लेघां और निगानां गांव पहुंचे।
योग गुरु बाबा रामदेव ने आइएमए के साथ चल रहे विवाद पर कहा कि वह बात खत्म हो गई। वह काफी ज्यादा बोल चुके हैं। इसपर वह कुछ नहीं बोलेंगे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि योग और उद्योग दोनों स्पेशल ही हैं। योग अपने स्वास्थ्य के लिए करते हैं। यही स्पेशल है। उन्होंने कहा कि पतंजलि को आगे बढ़ाने के लिए काम चल रहा है। भिवानी आज के समय में योगमय हो चुका है। योग में सब लोग डूबे हैं। भिवानी के लोग योग कर अपने स्वास्थ्य को सही रख रहे हैं।
योग गुरु को दिखाए काले झंडे
योग गुरु बाबा रामदेव के भिवानी आगमन का पता चला तो महम रोड पर आइएमए, अखिल भारतीय किसान सभा, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ आदि संगठन एकत्रित हो गए। बाबा रामदेव के महम राेड पर प्राकृतिक चिकित्सालय जाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उनको काले झंडे दिखाए। आइएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. करन पूनिया ने कहा कि बाबा रामदेव विज्ञान, अध्यापक, इंजीनियर, डॉक्टर सभी के खिलाफ बोल रहे हैं। उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। बाबा रामदेव भिवानी में आए हैं तो डीसी-एसपी को मामला दर्ज कर इनको गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव देश में जहां भी जाएंगे उनका विरोध होगा। सरकार को उनको शह नहीं देनी चाहिए।
हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें