15 रुपये किराये को लेकर ऑटो चालक और महिलाओं में बहस, एडीसी करेंगे समीक्षा बैठक
ऑटो चालकों द्वारा अवैध रूप से 5 रुपये किराया बढ़ाने के खिलाफ डीसी ने एडीसी को ऑटो यूनियन के साथ बैठक करने के आदेश दे दिए हैं। एडीसी अब पूरे प्रकरण की समीक्षा करेंगे
जेएनएन, हिसार : बस स्टैंड के पास 10 की जगह 15 रुपये मांगने पर ऑटो चालक की महिलाओं के साथ बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ी कि ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी साहब राम ने ऑटो चालक को हड़का दिया और उसका चालान काट दिया। इस बात से ऑटो चालक भड़क उठा और उसने यूनियन के प्रधान को फोन पर सारी बात बताई। इसके बाद यूनियन ने सभी चालकों को पूरे शहर के ऑटो बंद करने के आदेश दे दिए।
ऑटो चालकों ने अपने ऑटो सड़क के किनारे खड़े कर दिए और सवारियों को बीच रास्ते में ही उतार दिया। इतना ही नहीं, चालकों ने दूसरे ऑटो चालकों के भी ऑटो जबरन बंद करवाकर सवारियां उतरवा दीं और जाम लगाने का प्रयास किया। ऑटो चालकों द्वारा ट्रैफिक रोकने की सूचना मिलते ही ट्रैफिक पुलिस ऑटो चालकों को खदेड़ने के लिए दौड़ पड़ी। इसके बाद सभी ऑटो चालक क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
वहीं कुछ ऑटो चालक पुलिस के सामने ही ऑटो रूकवाते रहे मगर बेबस खड़ी होकर देखती रही। यह पूरा घटनाक्रम ढाई घंटे तक चला। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस प्रभारी कप्तान सिंह और उनकी टीम ऑटो चालकों को समझाती रही मगर ऑटो चालक ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी साहब राम के माफी मांगने और चालान छोड़ने की बात पर अड़े रहे। वहीं प्रशासन ने ऑटो चालकों की हड़ताल से नाराज होकर कड़ा फैसला लेने की बात कही है।
ऑटो यूनियन की फूट खुलकर सामने आई
क्रांतिमान पार्क में ऑटो चालक यूनियनों की आपसी फूट खुलकर सामने आई। भाईचारा ऑटो यूनियन के प्रधान मान ¨सह दुग्गल ने सब के सामने दूसरे प्रधान जसवंत रंगा पर प्रशासन से मिलीभगत के आरोप लगाए और ऑटो चालकों की हक की बात सामने न रखने की बात कही। इस पर ऑटो चालकों ने एक होकर भाईचारा यूनियन के नीचे मांगें मनवाने का अनुरोध किया। इसके बाद दस सदस्यीय मंडल ने ट्रैफिक पुलिस के अनुरोध पर बातचीत की और बैठक के बाद हड़ताल समाप्त समाप्त कर दी।
गलत तरीके से काटे जा रहे चालान
भाईचारा ऑटोरिक्शा यूनियन प्रधान मान सिंह दुग्गल ने कहा कि प्रशासन की तरफ से ऑटो चालकों के गलत तरीके से चालान काटे जा रहे हैं। जिस पुलिस कर्मचारी ने ऑटो चालक के साथ मारपीट की है उसको सजा मिलनी चाहिए। ऑटो चालकों को नाजायज रूप से चालान काटे जा रहे हैं वह बंद हों। जो चालान कटे हैं, उन्हें रद किया जाए। प्रशासन उन्हें तंग कर रहा है।
हम हड़ताल करने के पक्ष में नहीं है
ऑटोरिक्शा प्रधान जसवंत रंगा ने कहा कि ऑटो चालक यदि पूरे कागज नहीं रखते तो उन पर पुलिस कार्रवाई कर सकती है। पुलिस किसी भी ऑटो चालक को तंग न करें। वह हड़ताल और जाम लगाने के पक्ष में नहीं है।
शहर की एममात्र महिला ऑटो चालक भी हड़ताल में शामिल
शहर की एकमात्र महिला ऑटो चालक भी हड़ताल पर शहर की एकमात्र महिला ऑटो चालक आजाद नगर निवासी सुनीता भी हड़ताल में शामिल हुई। वह पिछले डेढ़ साल से ऑटो चला रही है। सुनीता ने बताया कि पिछले दिनों उसका एक्सीडेंट हो गया था तो उसने एक चालक को रख लिया। वह नहीं होता तो खुद ऑटो चलाती हैं। उसने कहा कि पुलिस कर्मचारी लगातार तंग करते हैं। इसलिए वह हड़ताल में शामिल हुई हैं।
ऑटो चालक बोला- मुझे डंडा मारा, सबके सामने माफी मांगे
पुलिस क्रांतिमान पार्क में पहुंचे बाड्डो पट्टी निवासी ऑटो चालक प्रेम कुमार ने कहा कि वह 16 साल से ऑटो चला रहा है। वह कैमरी से बस स्टैंड की सवारी लेकर आया था। उसका कहना है कि उसने महिलाओं को पहले ही 15 रुपये किराया लेने की बात कह दी थी मगर जब वह सवारी लेकर बस स्टैंड पहुंचा तो महिलाएं बहस करनी लगी। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस कर्मी साहब राम आया और उसने पहले मुझे थप्पड़ मारा, फिर पैर पर डंडा मारा। ऑटो चालक का कहना है कि इसके बाद ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने उनका चालान काट दिया। जिसके बाद उसने प्रधान को फोन कर सारी बात बताई और ऑटो बंद कर दिए। ऑटो चालक ने कहा कि जब तक पुलिसकर्मी मुझसे माफी नहीं मांगेगा तब तक मेरा गुस्सा शांत नहीं होगा।
हड़ताल के विरोध में रहे कई ऑटो चालक वहीं हड़ताल के दौरान कई ऑटो चालक अपनी रोजी रोटी कमाते नजर आए। उन्हें पता चला कि जबरन ऑटो रुकवाए जा रहे हैं तो उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया। ऑटो चालक लक्ष्मीबाई चौक से रेलवे रोड होते हुए फ्लाइओवर के नीचे से कैंप चौक की तरफ निकले। वहीं सातरोड से बस स्टैंड आने वाले ऑटो चालक सब्जी मंडी होकर बस स्टैंड की ओर से गए।
आधे घंटे चली बैठक, पुलिस ने चाय पिलाकर मनाया
हड़ताल खत्म होता न देख ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज कप्तान सिंह ने ऑटो यूनियन को बातचीत का निमंत्रण दिया। इस पर ऑटो यूनियन प्रधान जसवंत रंगा तो राजी हो गए मगर दूसरे प्रशासन मान ¨सह बातचीत से पहले माफी मांगने पर अड़े रहे। मगर ऑटो चालकों ने बातचीत का दवाब बनाया तो दोनों प्रधान एक साथ बातचीत करने को राजी हो गए। वहीं ट्रैफिक पुलिस और ऑटो यूनियन ने करीब आधे घंटे बंद कमरे में बातचीत की और चाय पिलाकर सुलह की।
इस बात पर बनी सहमति
- दिवाली तक ऑटो वालों पर सख्ती न बरती जाए।
- चालान काटने के नाम पर परेशान न किया जाए
- ऑटो किराया 10 से 15 रुपये मांगने पर ट्रैफिक पुलिस रोक-टोक न करे।
- ट्रैफिक पुलिस कर्मी साहब राम को फिल्ड में न लगाया जाए, उसे ऑफिस की ड्यूटी दी जाए।
- बीच रास्ते में सवारियां उतारने व चढ़ाने पर ट्रैफिक पुलिस रोक-टोक न करे।
सोमवार को ऑटो यूनियन के साथ बैठक करेंगे एडीसी
वहीं ऑटो चालकों द्वारा अवैध रूप से 5 रुपये किराया बढ़ाने के खिलाफ डीसी ने एडीसी को ऑटो यूनियन के साथ बैठक करने के आदेश दे दिए हैं। डीसी अशोक कुमार मीणा कहा कि उनकी ओर से एडीसी को आदेश दे दिए गए हैं। ऑटो चालकों ने किस कारण रेट बढ़ाए हैं। क्या वह अपनी मर्जी से रेट बढ़ा सकते हैं। इसकी समीक्षा की जाएगी। ऑटो चालकों ने जो हड़ताल आज की है वह गलत है ऐसा नहीं करना चाहिए था। जनता को परेशान करने का हक किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि रविवार को मैंने पिछली बार कब और कैसे किराया बढ़ाया इसकी डाक्युमेंट फाइल मंगवाई है। मैं उसे अच्छी तरह से स्टडी करूंगा।