हिसार में पहले डीजल के रेट बढ़ने तो अब कम सवारियों का बहाना बना बढ़ाया ऑटो किराया
15 से बढ़ाकर 20 रुपये किया किराया सिटी बस बंद होना भी मानी जा रही वजह। प्रशासन को बिना अवगत कराए बढ़ाया किराया दो बार ऑटो बदलने वालों को सीधा 10 रुपये का नुकसान
हिसार, जेएनएन। ऑटो चालकों ने कम सवारी होने का बहाना बनाकर बैकडोर से किराया बढ़ा दिया है। पहले जहां 15 रुपये किराया ऑटो चालक ले रहे थे वहीं अब 20 रुपये प्रति सवारी किराया ले रहे हैं। इसके बाद सवारियों व ऑटो चालकों में बहस हो रही है। एक तरफ जहां ऑटो चालक कम सवारी होने का बहाना बना रहे हैं वहीं पांच रुपये अतिरिक्त न देने पर सवारियों से झगड़ा कर रहे और उन्हें ऑटो में बैठाने से मना कर देते हैं।
ऑटो का किराया बढ़ाने के पीछे सिटी बस का ना चलना माना जा रहा है। शहर में लोगों के पास ऑटो के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
सिटी बसें 10 रुपये किराया लेती थी और लोग इनमें सफर को प्राथमिकता देते थे मगर सिटी बसों का नया टेंडर लगना है जो अगले माह खुलेगा तब तक ऑटो चालक पूरी तरह मनमानी पर उतर आए हैं। जहां प्रशासन के आदेश हैं कि शारीरिक दूरी का ध्यान में रखकर सवारियां बैठाई जाए मगर फिर भी ठूंस-ठूंसकर सवारी बैठाई जा रही है। ऑटो चालकों की ओर से साल में दो साल के अंदर-अंदर दूसरी बार किराया बढ़ाया गया है। इससे पहले ऑटो यूनियन ने नवंबर 2018 को किराया 10 रुपये से बढ़ाकर 15 रुपये किया था। उसके बाद सिटी बस सेवा 2019 में नए साल पर शुरू हुई थी। जिसका विरोध ऑटो चालकों ने किया। मजबूर आजाद नगर रूट पर ऑटो चालकों को किराया वापस घटाकर 15 से 10 करना पड़ा था।
ऑटो चालक मुंह छिपाते नजर आए
ऑटो चालकों की मनमानी की शिकायत जब दैनिक जागरण टीम को लगी तो हकीकत जानने निकले तो ऑटो चालकों ने 20 रुपये किराया मांगा। कारण पूछा तो बोले डीजल महंगा हो गया है कोई बोला सवारी नहीं मिलती तो कोई ट्रेन बंद होने की बात कहता नजर आया। मगर सभी ऑटो में शारीरिक दूरी के नियमों को तोड़ा जा रहा था। जब इस बारे में पूछा गया और फोटो करने की कोशिश की तो ऑटो दौड़ा लिया और मुंह छिपाते नजर आए।
मेरी क्रांतिमान पार्क के पास दुकान हैं। फूल बेचकर गुजारा करता हूं। मुझे हैरानी हुई की ऑटो वालों ने 20 रुपये किराया मांगा। मैंने 10 रुपये दिए तो 20 रुपये लेने पर अड़ा रहा और ऑटो वाला बहस करने लगा। बस स्टैंड के मटका चौक तक 20 रुपये काफी ज्यादा हैं।
- विजय, दुकानदार
हम कैमरी रोड पर रहते हैं। होली अस्पताल से कैमरी रोड जाना था। हम दो लोग थे ऑटो वाले ने 40 रुपये किराया मांगा। इससे अच्छा तो हम अपने साधन पर आ जाते। आने के भी 40 रुपये लगे और जाने के भी। 80 रुपये खर्च हो गए।
- सुरेश और शर्मिली, कैमरी गांव
हमने 20 रुपये किराया कर रखा है। लॉकडाउन में सवारिया नहीं, शारीरिक दूरी का ध्यान रखना जरूरी है। बसों में सवारियां नहीं और ट्रेनें बंद हैं। बड़ी मुश्किल से ऑटो चालकों को सवारी मिल रही है। हमने अभी किराया बढ़ाने का कोई लेटर नहीं दिया है।
- मान सिंह दुग्गल, प्रधान, भाईचार ऑटो यूनियन