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रोहतक में सनसनीखेज घटना, असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया सुसाइड, पत्‍नी-बेटी के शव जलघर में मिले

हरियाणा के रोहतक में सनसनीखेज घटना से हड़कंप मच गया। रोहतक शहर में एक असिस्‍टेंट प्रोफेसर ने खुदकुशी कर ली। इसके बाद उसकी पत्‍नी और बेटी के शव शहर के जलघर के पास से मिले। पुलिस ने तीनों शव कब्‍जे में लेकर जांच कर रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 11:45 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 11:45 AM (IST)
रोहतक में सनसनीखेज घटना, असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया सुसाइड, पत्‍नी-बेटी के शव जलघर में मिले
रोहतक में सुसाइड करने वाले असिस्‍टेंट प्रोफेसर परिवार के साथ। (फाइल फोटो)

रोहतक, जेएनएन। वो जिंदगी की भागदौड़ से तंग आ गए हैं। भगवान ही उनकी मौत के जिम्मेदार है। किसी दूसरे को पुलिस कसूरवार न ठहराए...। यह सुसाइड नोट लिखकर पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय नर्सिंग कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। उनकी पत्‍नी और बेटी के शव सेक्टर-दो स्थित जलघर टैंक में पुलिस ने बरामद किए हैं। एक बेटी पानी के टैंक से तैरकर बाहर आ गई और अपनी जान बचा ली।

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पीजीआई के नर्सिंग कालेज में कार्यरत थे डा. प्रमोद सहारण

पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, सेक्टर-25 निवासी 35 वर्षीय डा. प्रमोद सहारण गुरुग्राम में परीक्षा देने गए थे। शाम को रोहतक पहुंचे और कन्हेली रोड स्थित सेक्टर-36 में उसने सल्फास की गोलियां खा लीं। इसके बाद पीजीआइ में साथी चिकित्सक को फोन किया। उनके साथी ने मौके पर पहुंच देखा  तो प्रमोद बदहवास थे, उन्‍हें पीजीआइ में  भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। 

इसकी सूचना घर में पत्नी मीनाक्षी को लगी। वह काहनौर में बायोलॉजी की लेक्चरर है। वह अपनी दो बेटियों  को स्कूटी लेकर हड़बड़ाहट में घर से निकल गई। पड़ोसियों ने उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए। शिवाजी कालोनी थाना पुलिस ने डा. प्रमोद की कार की जांच की तो उसमें सुसाइड नोट मिला, जिसकी मौत के जिम्मेदार भगवान को ठहराया गया है। इसके बाद पत्‍नी और दो बेटियों की तलाश में पुलिस और परिचित रातभर दौड़ते रहे। देर रात सेक्टर-2 स्थित जलघर के टैंक के बाहर उसकी स्कूटी खड़ी मिली। वीरवार सुबह पत्‍नी मीनाक्षी और छोटी बेटी  के शव बरामद हुए है।

बड़ी बेटी रात  को तैरकर किनारे तक पहुंची

पुलिस ने जांच की तो पता चला कि डा. प्रमोद की 11 वर्षीय बड़ी बेटी जलघर के टैंक से तैरकर किसी  तरह किनारे पर पहुंची। इसके बाद वह किसी  परिचत के पास गई और घटना के बारे में जानकारी दी। रातभर टैंक में पुलिस ने मां-बेटी की  खोजबीन की, लेकिन सुबह दोनों के शव बरामद हुए।

भाई की मौत से आहत थे  डा. प्रमोद

मूलरूप से राजस्थान के राजगढ़ जिला निवासी डा. प्रमोद सहारण की शदी चरखी दादरी मीनाक्षी सांगवान के साथ हुई थी। बताया जाता  है कि प्रमोद खुशमिजाज इंसान थे। लेकिन पिछले दिनों भाई की मौत से काफी आहत थे। इसके बाद से उनके व्यवहार में काफी बदलाव भी आ गया था। सुसाइड के पीछे यह भी वजह हो सकती है।  लेकिन, जिस तरह से पत्नी ने भी दोनों बेटियों के साथ जल घर में छलांग लगाकर आत्महत्या की, उससे घरेलू कलह भी कारण हो सकते हैं।

------डा. प्रमोद ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या की है। सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुबह उसकी पत्‍नी और छोटी बेटी के शव सेक्टर-दो स्थित जलघर के टैंक में बरामद हुए है। बड़ी बेटी पानी से निकलकर बचने में कामयाब हो गई। पोस्टमार्टम के लिए शवों को भेज दिया गया है। जांच के बाद ही पूरे प्रकरण का पत लग पाएगा।

- बिजेंद्र सिंह, प्रभारी, थाना शिवाजी कालोनी, रोहतक।


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