बहादुरगढ़ में दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार के साथ सरेराह मारपीट, वीडियो वायरल
पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी के साथ चार युवकों ने दुष्कर्म किया था तथा उसके फोटो व वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया था। एक वकील के बेटे के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था। वह समझौते का दबाव बना रहा है।
हिसार/बहादुरगढ़, जेएनएन। लाइनपार क्षेत्र में एक दुष्कर्म पीड़िता, उसकी मां व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वीरवार सुबह मारपीट की गई। इसका वीडियो भी वायरल हुआ है। हालांकि वीडियो में दोनों पक्ष एक-दूसरे के साथ मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं।
पीड़िता की मां ने एक युवक पर दुष्कर्म का केस उठाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। इसी वजह से उनके साथ मारपीट की गई है। मारपीट करने वाले एक युवक पर भी पीड़िता ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। मगर आरोप है कि गत अगस्त माह में दर्ज दुष्कर्म के इस मामले में मारपीट करने वाले युवक को पुलिस ने एफआइआर में शामिल नहीं किया। पीड़िता ने पुलिस अधिकारी पर भी उसकी शिकायत पर सही कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए। वीरवार सुबह हुई इस मारपीट की घटना में पीड़िता के साथ उसका पिता, भाई, मां और दादी भी घायल हुए हैं।
वकील का बेटा समझौते का बना रहा दबाव
पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी के साथ चार युवकों ने दुष्कर्म किया था तथा उसके फोटो व वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया था। अगस्त में पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने तीन युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एक वकील के बेटे के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था। उसके बाद से वे वकील के बेटे का नाम भी एफआइआर में शामिल करवाने के लिए लगातार पुलिस अधिकारियों से मिल रही थीं। आरोप है कि आरोपित समझौते का दबाव डाल रहे थे और मारने की धमकी भी दे रहे थे। वीरवार सुबह भी इसी बात को लेकर पहले तो बहस हुई और फिर उनके साथ मारपीट की गई।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान
पीड़िता की मां का कहना है कि पुलिस ने उनकी बात एफआइआर के वक्त भी नहीं सुनी और न ही आज जब उनके साथ मारपीट हुई तब सुनी जा रही है। महिला हेल्पलाइन और 100 नंबर पर भी फोन किया लेकिन कोई मदद नही मिली। अब वे खुद ही अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे हैं।
थाना प्रभारी बोले- मारपीट वालों का दुष्कर्म से लेना-देना नहीं
बहादुरगढ़ के लाइनपार थाना के एसएचओ कर्मबीर का कहना है कि सूचना मिलते ही पीड़ितों के बयान लेने के लिए पुलिस कर्मचारी भेजा दिया था। बयानों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। जिन लोगों ने मारपीट की है, उनका दुष्कर्म की घटना से कोई लेना-देना नहीं है। पीड़िता की मां के आरोप बेबुनियाद हैं।
छह नामजद समेत कई लोगों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मामला
डीएसपी बादली अशोक कुमार ने बताया कि लड़की के बयान पर मारपीट करने वाले शिवकुमार, ओमप्रकाश, रवि, वीना, रिषभ, रामरती समेत पांच छह लोगों पर मारपीट करने, छेडख़ानी करने, कपड़े फाडऩे व जान से मारने की धमकी आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले का दुष्कर्म के मामले से कोई लेना-देना नहीं है। दुष्कर्म के मामले की भी जांच की जा रही है और अब मारपीट के मामले की भी जांच की जाएगी।