बस पास बनते ही हरियाणा में लग गया था लाकडाउन, अब अवधि बढ़वाने के लिए काट रहे चक्कर
परीक्षा की तैयारी भी चल रही थी। इसी दौरान लाकडाउन लग गया। ऐसे में अनेक विद्यार्थियों ने बस पास बनवा रखा था। लेकिन अब यह बस पास खत्म हो गया है। ऐसे में विद्यार्थी अब इस बस पास की अवधि बढ़वाने के लिए चक्कर का रहे है।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : मार्च महीने में कालेज लगे हुए थे और परीक्षा की तैयारी भी चल रही थी। इसी दौरान लाकडाउन लग गया। ऐसे में अनेक विद्यार्थियों ने बस पास बनवा रखा था। लेकिन अब यह बस पास खत्म हो गया है। ऐसे में विद्यार्थी अब इस बस पास की अवधि बढ़वाने के लिए चक्कर का रहे है। बस पास संबंधी समस्याओं को लेकर फतेहाबाद के मनोहर मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय के विद्यार्थी हरियाणा रोडवेज फतेहाबाद के महाप्रबंधक से मिलने पहुंचे और उनके कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर इस समस्या का समाधान करने की मांग की। इससे पूर्व विद्यार्थी एमएम कालेज प्राचार्य डा. गुरचरण दास से भी मिले और बस पास समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपकर इसका समाधान किए जाने की मांग की।
ये बोले विद्यार्थी
विद्यार्थी सर्वप्रीत सिंह, छात्र अवदेश, संदीप खटक, राकेश रंगा, कालूराम, कुलदीप, आकाश, पवन, गोविंद, विष्णु, मनोज, गर्वित, शक्तिमान, राकेश,गुजरिया, मनोज आदि ने कहा कि वे आसपास के गांवों से पढऩे के लिए फतेहाबाद के एमएम कालेज में आते हैं। कालेज की तरफ से उनका बस पास बनवाया हुआ था। बस पास के लिए उनसे एक साल की फीस ली गई थी जबकि उन्हें जो बस पास दिए गए थे, उसकी वैधता 6 महीने की थी जोकि 31 अगस्त को खत्म हो गई है। बस पास बनने के बाद से कोरोना के चलते लाकडाउन लग गया और वे इस पास का प्रयोग नहीं कर पाए। इन 6 महीनों के दौरान विद्यार्थियों द्वारा मुश्किल से एक माह ही बस पास का प्रयोग किया गया है।
अब जब कालेज में परीक्षाएं शुरू हुई है और विद्यार्थी दोबारा कालेज आने लगे हैं तो उनके पास की वैधता खत्म हो गई है, जिस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पहले बस पास के लिए भरी गई उनकी फीस व्यर्थ गई और अब वे रोजाना बस का किराया भरकर कालेज आने को मजबूर है। इन विद्यार्थियों ने बताया कि वे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से संबंध रखते हैं और उन्होंने बड़ी मुश्किल से बस पास के लिए पैसों का इंतजाम किया था और आगे दोबारा बस पास की फीस भरने में उनके परिवार असमर्थ है।
विद्यार्थियों ने जीएम और प्राचार्य को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि उनकी बस संबंधी समस्या का समाधान करते हुए बस पास की अवधि को 6 माह के लिए बढ़ाया जाए। अगर बस पास वैधता नहीं बढ़ाई जाती है तो उनकी फीस को रिफंड किया जाए। जीएम कार्यालय के लेखा अधिकारी सुभाष चन्द्र और प्राचार्य ने विद्यार्थियों को इस समस्या के समाधान को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर समाधान करवाने का आश्वासन दिया।