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हरियाणा में नवनिर्वाचित पंच-सरपंचों को एआरओ स्तर के अधिकारी दिलाएंगे शपथ, तैयारियां हुई शुरू

नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के तीन दिसंबर हो होने वाले शपथ ग्रहण की तैयारी शरू हो गई है। पहली बार तीन स्तरीय शपथ ग्रहण होगा। गांवों में पंच सरपंचों को एआरओ स्तर के अधिकारी शपथ दिलाएंगे। ब्लॉक लेवल पर पंचायत आमिति के सदस्यों को एचसीएस या आईएएस अधिकारी शपथ दिलाएंगे।

By Jagran NewsEdited By: Manoj KumarPublished: Wed, 30 Nov 2022 10:32 AM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 10:32 AM (IST)
हरियाणा में नवनिर्वाचित पंच-सरपंचों को एआरओ स्तर के अधिकारी दिलाएंगे शपथ, तैयारियां हुई शुरू
शपथ ग्रहण के बाद ही सभी को चार्ज मिलेगा और लंबे समय से जो विकास का पहिया रुका हुआ है

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़/हिसार। पंचायत चुनाव के बाद अब नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के तीन दिसंबर हो होने वाले शपथ ग्रहण की तैयारी शरू हो गई है। पहली बार तीन स्तरीय शपथ ग्रहण होगा। गांवों में पंच सरपंचों को एआरओ स्तर के अधिकारी शपथ दिलाएंगे। ब्लॉक लेवल पर पंचायत आमिति के सदस्यों को एचसीएस या आईएएस अधिकारी शपथ दिलाएंगे। इसके लिए आज मीटिंग हो रहीं हैं। जिला स्तर पर खुद डीसी मौजूद रहेंगे। गांव और ब्लॉक स्तर के लिए डयूटी लगाई जा रही है।

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गांवों में ऐसे शपथ ग्रहण कार्यक्रम पहली बार हो रहे हैं। इसके लिए जगह तय की जा रही है। शपथ ग्रहण के बाद ही सभी को चार्ज मिलेगा और लंबे समय से जो विकास का पहिया रुका हुआ है वह अब घूमेगा। पिछला पंचायत चुनाव जनवरी 2016 में हुआ था और फरवरी 2021 में पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो गया था। तब से ही चुनाव का इंतजार था। करीब दो साल तक चली खींचतान के बाद अब जाकर गांवों में नए पंचायत प्रतिनिधि चुने गए हैं। अब सभी प्रतिनिधियों से ग्रामीणों को भी खूब उम्मीदें हैं।

प्रतिनिधि भी अपनी प्राथमिकता बता रहे हैं। दरअसल, गांवों में लंबे समय से समस्याएं है। अधिकतर गांवों में आज गंदे पानी की निकासी की समस्याएं हैं। तालाब भी गंदे हो रहे हैं। नाले या तो बने नहीं या फिर बने तो वे ठप हैं। इससे गलियों में गंदगी जमा रहती हैं। पर्याप्त सफाई भी नहीं हो रही है। वैसे तो समस्याएं पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा से भी जुड़ी हुई हैं, लेकिन इन मामलों में पंचायतों को सीधे तौर पर कार्य कराने के लिए बजट नहीं मिलता।

संबंधित विभागों की ओर से ये कार्य किए जाते हैं, लेकिन पंचायत स्तर पर सभी तरह की व्यवस्थाओं की देखरेख और उनकी डिमांड व सिफारिश तो हो ही सकती है। इसीलिए लोग अब यह उम्मीद कर रहे हैं कि जो प्रतिनिधि चुने गए हैं वे केवल गली नाली के निर्माण तक ही सीमित न रहे बल्कि गांव के विकास के लिए जो भी बिंदु है उन सभी पर ध्यान दें।


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