परिजनों को हुई दिक्कत तो सीमा पर तैनात सैनिक एप से जिला प्रशासन को सीधी भेज सकेगा शिकायत
सैनिक बॉर्डर पर बैठे सीधे जिला प्रशासन को शिकायत कर सकेंगे। जिससे प्रशासन तुरंत उस पर संज्ञान लेकर परिवार की मदद कर सकेगा।
जेएनएन, हिसार : देश की सुरक्षा में बॉर्डर पर तैनात सैनिकों को परिवार की हमेशा ¨चता सताती है। उन पर मुसीबत आने पर वह अपने यूनिट के जरिए ही शिकायत कर पाते हैं। सैनिकों की इस मनोदशा को देखते हुए जिला प्रशासन ने उनकी सहायता करने का अनोखा तरीका निकाला है। एक ऐसा एप तैयार किया जा रहा है। जिससे सैनिक बॉर्डर पर बैठे सीधे जिला प्रशासन को शिकायत कर सकेंगे। जिससे प्रशासन तुरंत उस पर संज्ञान लेकर परिवार की मदद कर सकेगा। इसी प्रकार जिला प्रशासन ने नशे को खत्म करने के लिए एप बनाने का निर्णय लिया है। उस पर जानकारी देने के साथ इलाज करवाने के लिए मां-बाप जानकारी जुटा पाएंगे।
बार्डर पर तैनात जवानों को अपने परिवार की फिक्र रहती है। कभी कोई समस्या आने पर उनकी तरफ से अपने यूनिट के कमांडर से ही शिकायत भिजवाई जाती है, जिसको पहुंचने में काफी दिन लगते है। इसके कारण उस समस्या से परिवार वाले परेशान रहते है। जिला प्रशासन ने सैनिकों के परिवारों की समस्याओं को देखते हुए एप बनाने का निर्णय लिया। इस एप के माध्यम से बार्डर पर रह कर कोई भी शिकायत दर्ज करवा सकेगा। एप पर शिकायत आने के बाद उसका स्टेट्स भी सैनिक सकेंगे। इससे शिकायत समय पर उनके पास पहुंचेगी और उसका समाधान होगा। एक सप्ताह में यह एप तैयार हो जाएगा। एप से नशे के कारोबार को करेंगे ध्वस्त
जिले में नशामुक्ति के लिए भी एक एप तैयार किया जा रहा है। इस पर नशा करने वालों के परिजन घर बैठे उसके इलाज की मदद मांग सकते हैं और जिनका इलाज चल रहा है, उनकी स्थिति की जानकारी भी इस एप के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। इससे जिले में नशे के कारोबार को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा। इसके अलावा जिले में नशे के कारोबार की मै¨पग करवाई जा रही है जिसके आधार पर इस कार्य में लिप्त व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस द्वारा इसी माह नशे के कारोबारियों पर कुछ रेड की गई हैं और तीन एफआइआर भी दर्ज की गई हैं। सैनिकों के परिवार की मदद के लिए एप तैयार किया जा रहा है। वह बार्डर पर रहते हुए अपनी शिकायत भेज सकेंगे। साथ ही नशा मुक्ति के लिए एप तैयार किया जा रहा है। जिस पर अभिभावक इलाज की जानकारी हासिल कर सकेंगे।
- अशोक कुमार मीणा, उपायुक्त।