बर्फीले तूफान से जिद्दोजहद कर रही तीन बार माउंट एवरेस्ट फतह कर चुकी अनीता कुंडू
अनीता कुंडू दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 14 सदस्यों की टीम के साथ अप्रैल में चढ़ाई करने रवाना हुई थी। अचानक आए बर्फीले तूफान के कारण एक बार उन्हें बेस कैंप लौटना पड़ा
उकलाना/हिसार, जेएनएन। तीन बार माउंट एवरेस्ट पर फतह पाने और चौथी बार फिर से फतह करने का इरादा बना चढ़ाई शुरू कर चुकी गांव फरीदपुर वासी किसान की बेटी पर्वतारोही अनिता कुंडू के कदमों को बर्फीले तूफान ने रोक दिया है। अनीता कुंडू दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 14 सदस्यों की टीम के साथ अप्रैल में चढ़ाई करने रवाना हुई थी। वहां अचानक आए बर्फीले तूफान ने उनका रास्ता रोक लिया और उन्हें लौटना पड़ा।
जब इसकी जानकारी उनके परिजनों को मिली तो उनकी सांसें अटक गई। जब उनकी टीम सुरक्षित वापस बेस कैंप पहुंचे तो उन्होंने चैन की सांस ली। अनीता कुंडू व उनकी टीम सुरक्षित बताई जा रही है और अब वह दोबारा एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू करेंगे। यह अभियान लगभग दो महीनों में पूरा होगा।
22 हजार की फीट की ऊंचाई पर आया बर्फीला तूफान
अनीता कुंडू अपनी टीम के पर्वतारोहियों के साथ एवरेस्ट पर लगभग 22 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंच चुकी थी। अचानक मौसम बदल गया और बर्फीला तूफान आ गया। जिससे उनके कैंप में नुकसान हुआ और उनकी टीम बर्फीले तूफान में फंस गए। जिसके कारण उन्होंने फैसला किया वह वापस बेस कैंप जाएंगे। इस तूफान में उन्होंने बड़ी परेशानियों का सामना किया और जान जोखिम में डालकर वह किसी तरह से जान बचाकर बेस कैंप वापस पहुंचे। जब इस तूफान की जानकारी उनके परिजनों को मिली तो उनकी ङ्क्षचताएं भी बढ़ गई थी और उन्हें अनीता कुंडू व उनकी टीम के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर ङ्क्षचता सताने लगी। जब अनीता कुंडू बेस कैंप में सुरक्षित पहुंची तो उनके परिजनों ने चैन की सांस ली।
दोबारा शुरू करेंगे एवरेस्ट की चढ़ाई
अनीता कुंडू बेस कैंप में अपनी टीम के साथ रूकी हुई हैं। अब मौसम साफ होने के बाद वह दोबारा एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू करेंगी। अगर बुधवार को मौसम साफ हुआ तो बुधवार को ही चढ़ाई शुरू की जा सकती है।
एवरेस्ट को दोनों ओर फतेह करने वाली देश की प्रथम महिला अनिता कुंडू ने 2013 में नेपाल के रास्ते और 2017 में चीन के रास्ते माउंट एवरेस्ट को फतेह किया था। दोनों ही रास्तों से माउंट एवरेस्ट को फतेह करने वाली ङ्क्षहदुस्तान की प्रथम बेटी भी बनी। उन्होंने 2015 में भी एवरेस्ट अभियान की शुरुआत की थी और 22 हजार फीट पर पहुंच चुकी थी। लेकिन 26 अप्रैल को नेपाल में आये भूकंप के कारण उनका अभियान स्थगित हो गया था। उनके अनेकों पर्वतारोही साथी इस हादसे की भेंट चढ़ गए थे।
सेवन समिट पर अभियान पर है अनीता
सन 2018 से अनिता कुंडू अपने सेवन समिट अभियान पर हैं। वह इंडोनेशिया की कारस्टेन्स पिरामिड शिखर, यूरोप की एलबुर्स, अफ्रीका की किलिमंजारो, अंटार्कटिका की विन्सन को फतेह करने में कामयाब हो चुकी हैं। अमेरिका की माउंट देनाली पर भी अनिता ने चढ़ाई की और फतेह करने ही वाली थी कि एक बर्फीले तूफान ने उनके कदमों को रोक लिया। देश की ये बहादुर बेटी आज ङ्क्षहदुस्तान के हर युवा के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है।
अनीता कुंडू की टीम में होंगे ये पर्वतारोही
एवरेस्ट फतेह करने के लिए अनीता कुंडू अपनी टीम के सदस्यों के साथ 15 अप्रैल को रवाना हुई थी। इस टीम में भारत से अनीता कुंडू, विपिन चौधरी, भारत शर्मा, ब्रिटिश से निकोलस सीमोन व कलो कुमार तिवारी, ग्रिक से अलिकी, निकोलियस, सीरिया से समेर अकद, यूएस से रंडोल्फ माइकल शामिल हैं।
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