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सिरसा में आंगनबाड़ी वर्कर्स का प्रदर्शन, हंगामा, रोड़ जाम, उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास का किया घेराव

सिरसा में लघु सचिवालय के सामने आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन के बैनर तले सुबह दस बजे धरना शुरू किया। इसके बाद नारेबाजी करती हुई दोपहर डेढ़ बजे उपमुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए बाबा भूमणशाह चौक पर पहुंची।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 04:12 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 04:12 PM (IST)
सिरसा में आंगनबाड़ी वर्कर्स का प्रदर्शन, हंगामा, रोड़ जाम, उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास का किया घेराव
सिरसा में आंगनबाड़ी वर्कर्स का विरोध प्रदर्शन।

सिरसा, जागरण संवाददाता। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास का घेराव करने जा रही आंगनबाड़ी व हेल्परों को पुलिस ने बेरिकेडस लगा कर बाबा भूमणशाह चौक के समीप रोक लिया। इस पर वर्करों ने चौक के समीप बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। वर्करों ने मांगों को लेकर सीटीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्ले स्कूल को लेकर दी जाने वाली ट्रेनिंग का भी वर्करों ने बहिष्कार कर दिया है। वर्करों ने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी। प्ले स्कूल के लिए कोई भी वर्कर प्रशिक्षण नहीं लेगी।

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एक घंटे दिया चौक पर धरना

लघु सचिवालय के सामने आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन के बैनर तले सुबह दस बजे धरना शुरू किया। इसके बाद नारेबाजी करती हुई दोपहर डेढ़ बजे उपमुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए बाबा भूमणशाह चौक पर पहुंची। वर्करों ने उपमुख्यमंत्री के आवास की तरफ जाने का प्रयास भी किया। मगर भारी पुलिस बल तैनात व बेरिकेडस लगाकर वर्करों को रोक दिया गया। इस पर चौक के समीप ही वर्करों ने धरना शुरू कर दिया। चौक पर एक घंटे तक नारेबाजी करते हुए धरना दिया।

25 जनवरी तक दिया हुआ अल्टीमेटम

यूनियन की जिला प्रधान कृष्णा दहिया, वीरोरानी, शुकंतला, उषा रानी, सरोज, माया ने कहा कि मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 25 जनवरी तक हड़ताल का वर्करों ने मांगों को लेकर हड़ताल का अल्टीमेटम दिया हुआ है। इसके बाद भी विभाग के अधिकारी प्ले स्कूल के लिए ट्रेनिंग के लिए बाध्य किया जा रहा है। जब तक मांग पूरी नहीं होगी प्ले स्कूल के लिए कोई भी वर्कर टेनिंग नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि वर्करों की मांग सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन आंगनबाड़ी वर्करों को 24 हजार रुपये व हेल्परों को 16 हजार रुपये दिया जाए।

2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर की जाए। महंगाई भत्ते का बकाया एरियर भी तुरंत दिया जाए। विभाग द्वारा बिना मोबाइल फोन दिए व अन्य संसाधन दिए वर्कर्स पर आनलाइन का काम न करवाया जाए। उन्होंने कहा कि वर्करों की मांग आंगनबाड़ी वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया बढ़ाया जाए।

मेडिकल अवकाश दिया जाए

आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कहा कि सभी वर्कर्स व हेल्पर्स को मेडिकल अवकाश दिया जाए। राज्य में आंदोलन के दौरान आंगनबाड़ी वर्करों पर बने रोड जाम के मुकदमे निरस्त किए जाए। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्करों ने मांगों को लेकर जेल भरो आंदोलन के तहत बुधवार को अपनी गिरफ्तारी भी दे चुकी है। जब तक वर्करों की मांग पूरी नहीं होगी। वर्करों का आंदोलन जारी रहेगा। जिसको लेकर वर्करों ने रणनीति बना ली है।


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